BJ Sports – Cricket Prediction, Live Score ক্রিকেট ফ্রি প্রেডিকশন

10 क्रिकेटर्स जिनका क्रिकेटिंग करियर चोट की वजह से खत्म हो गया

10 क्रिकेटर्स जिनका क्रिकेटिंग करियर चोट की वजह से खत्म हो गया

10 क्रिकेटर्स जिनका क्रिकेटिंग करियर चोट की वजह से खत्म हो गया

Craig Kieswetter (Pic Source-Twitter)

सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स यही चाहते हैं कि वो अपने क्रिकेटिंग करियर में बिना चोटिल हुए बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम करें। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि खिलाड़ी चोटिल होने की वजह से कई महत्वपूर्ण मुकाबले में भाग नहीं ले पाते हैं।

ऐसा भी कई बार देखा गया है कि चोट लगने की वजह से क्रिकेटर्स क्रिकेट मैदान पर फिर से वापसी नहीं कर पाते। जो क्रिकेटर्स वापसी कर भी लेते हैं उनका प्रदर्शन पहले जैसा नहीं रहता है।

आज हम आपको बताते हैं ऐसे ही 10 खिलाड़ियों के बारे में जिनका चोट लगने की वजह से क्रिकेटिंग करियर पूरी तरह से समाप्त हो गया।

10- क्रेग कीस्वेटर

Craig Kieswetter (Pic Source-Twitter)

टी-20 वर्ल्ड कप 2010 की ट्रॉफी जीतने में क्रेग कीस्वेटर ने इंग्लैंड की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्होंने इस टूर्नामेंट के 7 मुकाबले में 222 रन बनाए थे। यही नहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में महत्वपूर्ण अर्धशतक जड़ा था।

हालांकि 2015 में इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को मात्र 27 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा। दरअसल 2014 में एक काउंटी मुकाबले में नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ खेलते हुए क्रेग कीस्वेटर चोटिल हो गए थे। उन्होंने बल्लेबाजी करते समय हेलमेट पहना हुआ था लेकिन गेंद उनकी नाक और आंखों पर जा लगी। चोट से ठीक होने के बाद वो इंग्लैंड टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 मुकाबलों की टी-20 सीरीज खेलने गए।

हालांकि इस चोट की वजह से उन्हें काफी परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि आप में चोट लगने की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है और इसी वजह से उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। वो अपने छोटे से क्रिकेटिंग करियर में से 71 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले ही खेल पाए।

यह भी पढ़े: अपने इंजरी को लेकर Pat Cummins ने दिया बड़ा अपडेट, कहा- World Cup से पहले ठीक हो पाना…..

9- शब्बीर अहमद

Shabbir Ahmed (Pic Source-Twitter)

शब्बीर अहमद को बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाता है। उन्होंने 1999 से 2007 तक पाकिस्तान टीम की ओर से कई महत्वपूर्ण मुकाबले में भाग लिया और अपनी टीम को भी जीत दिलाई। हालांकि 2004 चैंपियंस ट्रॉफी से पहले उनके घुटने में चोट लग गई और इसी वजह से इंग्लैंड में खेले जा चुके इस टूर्नामेंट में वो भाग नहीं ले पाए।

इस चोट की वजह से वो 6 हफ्तों तक क्रिकेट से दूर रहे। 2007 में पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था जिसमें टीम के की गेंदबाज शोएब अख्तर और उमर गुल चोटिल हो गए थे। शब्बीर टीम के साथ तीसरे टेस्ट के लिए जोड़ने वाले थे लेकिन उन्हें फिर से घुटने में दर्द होने लगा और इसी वजह से वो दक्षिण अफ्रीका का दौरा नहीं कर पाए।

फरवरी 2007 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में टी-20 मुकाबला खेला। यह उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। वो 2013 तक पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में एक्टिव रहे लेकिन फिर से अंतरराष्ट्रीय टीम में अपनी जगह नहीं बना था। शब्बीर ने कुल 43 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।

8- साइमन जोन्स

Simon Jones (Pic Source-Twitter)

एशेज 2005 को इंग्लैंड ने अपने नाम किया था जिसमें साइमन जोन्स ने अपनी टीम की ओर से उनकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने चार टेस्ट की 8 पारियों में 18 विकेट झटके थे और उस सीरीज में वो इंग्लैंड के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज थे।

हालांकि इसके बाद वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पूरी तरह से गुम हो गए। नॉटिंघम में खेला गया इस सीरीज का चौथा टेस्ट मुकाबला उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आखिरी मैच था। मुकाबला के दौरान उनके घुटने में एक बार फिर से चोट लग गई और इसी वजह से उन्हें सीरीज से बाहर होना पड़ा।

2006 में इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया। इस दौरे में तीन टेस्ट और 7 वनडे मैच खेले गए थे। पहले टेस्ट मैच से पहले उनके नेट्स में अभ्यास करते समय तखना मुड़ गया था। हालांकि इसके बाद वो वापस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए।

यह भी पढ़े:ये आकाश चोपड़ा संजू सैमसन को डराने के लिए हर रोज वीडियो बनाते हैं क्या?

7- नाथन ब्रेकन

Nathan Bracken of Australia poses with the 1999 and 2003 World Cup trophies. (Photo by Mark Nolan/Getty Images)

नाथन ब्रेकन ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से कई महत्वपूर्ण मुकाबले में काफी अच्छी गेंदबाजी की है। ग्लेन मैकग्रा और ब्रेट ली के साथ उन्होंने कई टीमों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया।

नाथन ब्रेकन की सबसे अच्छी बात यह थी कि वो दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराने में सक्षम थे। 2006 चैंपियंस ट्रॉफी और 2007 वनडे वर्ल्ड कप को ऑस्ट्रेलिया ने उन्हीं की जबरदस्त गेंदबाजी की वजह से जीता था।

हालांकि 2009 चैंपियंस ट्रॉफी से पहले नाथन ब्रेकन के घुटने में चोट लग गई और उन्हें ट्रीटमेंट के लिए ऑस्ट्रेलिया वापस आना पड़ा। नाथन ब्रेकन अपनी इस चोट से उबर तो गए लेकिन उन्हें वापस ऑस्ट्रेलिया टीम में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे प्रारूप में खेला।

6- रयान हैरिस

Former Australian player Ryan Harris. (Photo by Chris Hyde/Getty Images)

हैरिस ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 18 जनवरी 2009 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ की थी। इस मैच में हैरिस ने 10 ओवरों में 54 रन देकर एक विकेट लिया था। वनडे से ज्यादा सफल वे टेस्ट डेब्यू में रहे थे जो उन्होंने मार्च 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था। अपने शुरुआती दो टेस्ट मैचों में उन्होंने नौ विकेट हासिल कि थे।

उन्हें फिर एशेज सीरीज खेलना का मौका मिला जहां पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच में उन्होंने नौ बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। लेकिन इसके बाद अगले ही मैच में वह चोटिल हो गए। उन्हें बाएं पैर के टखने में चोट लगी जो संन्यास के समय तक उनको परेशान करती रही।

2015 एशेज के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम इंग्लैंड गई जहां इस बात की घोषणा की गई कि हैरिस घुटने में चोट की वजह से वहां का दौरा नहीं करेंगे। हालांकि इसके बाद इस खिलाड़ी ने तुरंत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया जिसको देख तमाम लोग हैरान रह गए।

5- मुनाफ पटेल

MOHALI, INDIA – MARCH 30: Indian player Munaf Patel during the ICC cricket world cup semifinal match between India and Pakistan at PCA stadium in Mohali. (Photo by Qamar Sibtain/India Today Group/Getty Images)

भारतीय टीम को 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीतने में मुनाफ पटेल का भी काफी बड़ा योगदान रहा था। उन्होंने भारत के लिए 5 सालों में कुल 86 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले।

2011 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे में काफी खराब प्रदर्शन किया था। उस सीरीज में मुनाफ पटेल का भी प्रदर्शन इतना अच्छा नहीं रहा था। पांच मुकाबलों की वनडे सीरीज में उन्होंने चार पारियों में 2 विकेट अपने नाम किए। इसके बाद आखिरी वनडे में उनके टखने में फील्डिंग करते समय चोट लगते हैं।

इस चोट की वजह से मुनाफ पटेल को पूरे दौरे में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इसके बाद मुनाफ पटेल को फिर से भारत की ओर से खेलते हुए नहीं देखा गया। इंडियन प्रीमियर लीग 2017 में मुनाफ पटेल ने गुजरात लायंस की ओर से मुकाबले खेले लेकिन उसमें भी उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। नवंबर 2018 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के लिए।

4- एंड्रयू फ्लिंटॉफ

Andrew Flintoff of England poses with the Ashes urn. (Photo by Tom Shaw/Getty Images)

एंड्रयू फ्लिंटॉफ को सिर्फ इंग्लैंड के ही नहीं है बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में गिना जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय टीम को कई महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत दिलाई है। एशेज 2005 को इंग्लैंड ने अपने नाम किया था जिसमें एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने भी बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने पांच टेस्ट मुकाबलों में 24 विकेट हासिल किए थे।

हालांकि अपने करियर में एंड्रयू फ्लिंटॉफ को काफी चोट का सामना करना पड़ा था। 2007 से 2009 तक फ्लिंटॉफ लगातार क्रिकेट खेलने में नाकाम रहे थे। 2009 में इस खिलाड़ी ने इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने का सोच लेकिन घुटने की चोट की वजह से वो तीन मुकाबले के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

जुलाई 2009 में एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने इस बात की घोषणा की कि वो एशेज 2009 के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। इस सीरीज में उन्होंने 4 मुकाबलों की 7 पारियों में 8 विकेट झटके। उनकी जबरदस्त गेंदबाजी की वजह से इंग्लैंड ने इस सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया।

3- शेन बॉन्ड

New Zealand’s Shane Bond. (Photo by PRAKASH SINGH/AFP/Getty Images)

2000 के दशक के शुरुआती साल में दुनिया शोएब अख्तर, ब्रेट ली, शॉन टेट और मोहम्मद समी जैसे बेहद तेज रफ्तार गेंदबाजों को क्रिकेट के मैदान पर देख रही थी। इसमें एक नाम जो चुपके से अपनी जगह बना रहा था वह शेन बॉन्ड थे। बॉन्ड को न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिना जाता है। हालांकि चोटों के चलते उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल पाया।

न्यूजीलैंड के साल 2001-2002 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉन्ड के टेस्ट करियर की शुरुआत हुई। टीम के पास अब असली तेज गेंदबाजी का एक विकल्प था। हालांकि बॉन्ड के करियर के साथ-साथ चोट चलती रही। कमर में फ्रैक्चर से लेकर उन्हें कई अन्य इंजरी का भी सामना करना पड़ा। 8 साल के अपने करियर में वह कुल 18 टेस्ट मैच ही खेल पाए।

दिसंबर 2009 में इस जबरदस्त खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट से चोटिल होने की वजह से संन्यास ले लिया।

2- माइकल बीवन

Michael Bevan. (Photo by Getty Images)

माइकल बीवन ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 1994 से 2004 तक कई वनडे मुकाबले खेले और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्हें वनडे प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया टीम के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में गिना जाता था।

1999 और 2003 के ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड कप जीत में माइकल बीवन ने बल्लेबाजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने फरवरी 2004 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए खेला। वीबी सीरीज 2003-04 के दौरान बेवन की पसली में चोट लग गई थी। चोट के कारण वह भारत और जिम्बाब्वे के खिलाफ बाकी बची श्रृंखलाओं से बाहर हो गए थे।

हालांकि उन्होंने फरवरी 2004 में श्रीलंका के खिलाफ 5 मुकाबलों की वनडे सीरीज में भाग लिया। पांचों ही मैच में वो परेशान होते हुए नजर आए। इस दौरे के बाद उन्हें फिर कभी ऑस्ट्रेलिया टीम की ओर से खेलते हुए नहीं देखा क्या और जनवरी 2007 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

1- आशीष नेहरा

Ashish Nehra. (Photo Source: Twitter)

आशीष नेहरा ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटिंग करियर में भारत के लिए कुल 164 मुकाबले खेले हैं। 2011 वनडे वर्ल्ड कप की भारतीय टीम की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। 2011 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच में खेला गया था और यह उनका वनडे करियर में आखिरी मैच था।

चोटिल होने की वजह से वो श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप फाइनल में हिस्सा नहीं ले पाए थे। अगस्त 2011 में आशीष नेहरा अपनी चोट से ठीक हो गए थे। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई टी-20 और वनडे सीरीज में उनका नाम शामिल नहीं किया।

2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा चुकी तीन मुकाबले की टी-20 सीरीज में जबरदस्त वापसी की और उसके बाद उन्होंने एशिया कप 2016 और टी-20 वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया। टी-20 वर्ल्ड कप 2016 के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले के बाद नेहरा ने इंडियन प्रीमियर लीग 2016 में भी भाग लिया। टूर्नामेंट में हैमस्ट्रिंग की चोट की वजह से वो बाहर हो गए। नवंबर 2017 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और उन्होंने अपना आखिरी टी-20 मुकाबला दिल्ली में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला।

Exit mobile version