Mandeep Singh (Photo Source: X/Twitter)
भारतीय खिलाड़ी मंदीप सिंह आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन में त्रिपुरा के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। मंदीप ने 10 अगस्त, को सोशल मीडिया के जरिए पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से अलग होने की खबर साझा की। उन्होंने 2010-2011 रणजी ट्रॉफी सीजन में पंजाब के लिए फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। डेब्यू के बाद से ही वह टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे।
बता दें, मंदीप ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत के लिए डेब्यू किया था, पहली सीरीज के बाद उनकी कभी भी टीम में वापसी नहीं हुई। मंदीप की उम्र अब 32 साल की हो चुकी है और टीम में जगह बनाने के लिए खिलाड़ियों के बीच प्रतियोगिता भी काफी ज्यादा बढ़ गई है।
खिलाड़ियों की बढ़ते उम्र के साथ उनके फिटनेस और स्किल पर सवाल खड़े होने शुरु हो जाते हैं। मंदीप सिंह ने इन सवालों की कड़ी निंदा करते हुए बड़ा बयान दिया है।
मेरे अंदर काफी क्रिकेट बचा हुआ है- मंदीप सिंह
मंदीप सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि वह अपनी फिटनेस पर बहुत मेहनत कर रहे हैं, साथ ही उन्होंने अपने एथलेटिक क्षमताओं को बताने के लिए अपना यो-यो टेस्ट स्कोर भी बताया।
मंदीप ने ESPNcricinfo. पर बात करते हुए बताया,
जब आप 30 के हो जाते हैं, तो लोग सोचने लगते हैं कि आपका करियर खत्म हो रहा है। पिछले साल मुझे आईपीएल में भी नहीं चुना गया था, मुझे लगता है कि मेरे अंदर काफी क्रिकेट बचा हुआ है। मैं अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करता हूं। पिछले साल यो-यो टेस्ट में मेरा स्कोर 18.3 था। ऐसा नहीं है कि मैं अपने करियर को और आगे खींच रहा हूं।
पंजाब मुझे तीनों फॉर्मेट का प्लेयर नहीं समझता था- मंदीप
मंदीप सिंह ने पंजाब को छोड़कर त्रिपुरा के साथ जुड़ने का फैसला क्यों लिया, इस बारे में भी बात की। उनका कहना है कि पंजाब उन्हें तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी के रूप में नहीं देखती है। इसलिए, जब उन्हें त्रिपुरा की तरह से ऑफर मिला तो उन्हें उसे स्वीकार करने का फैसला लिया।
मुझे लगने लगा था कि पंजाब के लिए तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी के रूप मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। कई युवा खिलाड़ी आ रहे हैं और टीम मैनेजमेंट शायद उन्हें मौका देना चाहेगा। लेकिन, मैं अभी तीनों फॉर्मेट खेलना चाहता हूं। इसलिए, जब मुझे त्रिपुरा की तरफ से ऑफर मिला, तो मैंने इसे स्वीकार करने का फैसला किया।