Yastika Bhatia (Photo Source: X/Twitter)
Yastika Bhatia: भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के साथ मल्टीफॉर्मेट सीरीज खेलते हुए नजर आ रही है। एकमात्र टेस्ट मैच में टीम ने जीत दर्ज की। वहीं वनडे सीरीज में 3-0 से हार झेलनी पड़ी। टी20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर आ गई है, आखिरी मैच 9 जनवरी को खेला जाएगा। महिला प्रीमियर लीग का दूसरा सीजन जल्द ही शुरू होने वाला है।
मुंबई इंडियंस ने पहले ही सीजन में ट्रॉफी अपने नाम की थी। आगामी सीजन में भी टीम वहीं फॉर्म दोहराना चाहेगी। मुंबई इंडियंस की खिलाड़ी यास्तिका भाटिया (Yastika Bhatia) महिला प्रीमियर लीग में खेलने के लिए काफी ज्यादा उत्साहित है। हाल ही में उन्होंने वूमेंस लीग और करियर से जुड़ी बातें की।
महिला प्रीमियर लीग के पिछले सीजन में अनुभव के बारे में Yastika Bhatia ने बताया-
यह यादगार था, किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि चीजें कैसे घटित होंगी। लेकिन जिस तरह से टीम में हमारा स्वागत किया गया, हमें परिवार जैसा महसूस कराया गया। हम इस बारे में बात करने में काफी समय बिताएंगे कि हम अपने खेल को कैसे बेहतर बना सकते हैं। मैं वास्तव में WPL के आगामी सीजन का इंतजार कर रही हूं। मैं मुंबई इंडियंस की जर्सी पहनने और मैदान पर वापस जाने का इंतजार नहीं कर सकती। MI का हिस्सा होना बिल्कुल अलग एहसास है।
अपने करियर के शुरूआती दिनों पर बात करते हुए यास्तिक भाटिया ने बताया-
मुझे बचपन से ही खेल खेलना पसंद था। मैं स्वीमिंग, कराटे और बैडमिंटन खेलती थी। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि क्रिकेट मेरा करियर बनेगा क्योंकि बड़े होते समय पढ़ाई भी उतनी ही जरूरी थी। मेरा एक पड़ोसी रणजी ट्रॉफी खेलता था। उन्होंने मेरे पिता को हमारे घर के नजदीक एक मैदान में लड़कियों की एक टीम के अभ्यास के बारे में बताया। मैं और मेरी बहन वहां गए. हालांकि, मैं तब बहुत छोटी थी इसलिए उन्होंने मेरी बहन को ले लिया जबकि मुझे दो साल तक इंतजार करना पड़ा। जब मैं अपने मौके का इंतजार कर रही था, मैंने मैदान पर जाकर अपनी बहन के साथ खेलने का सपना देखा था।
यह भी पढ़े- IND-W vs AUS-W: टीम इंडिया का फ्लॉप प्रदर्शन, 300वें मैच में विनिंग शॉट जड़ Ellyse Perry ने ऑस्ट्रेलिया को दिलाई जीत
पढ़ाई के साथ इस तरह यास्तिका भाटिया ने संभाला खेल
Yastika Bhatia ने बताया, यह बहुत मुश्किल था। शर्त यह थी कि मैं क्रिकेट खेल सकती थी बशर्ते कि मैं अपनी पढ़ाई छह महीने में पूरा कर लूं। पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं था।
शुरूआत में कौन था यास्तिका भाटिया का रोल मॉडल
शुरूआत में, मैंने किसी को फॉलो नहीं किया। मैं सिर्फ बल्लेबाजी का मजा लेना चाहती थी। फिर धीरे-धीरे मैंने विकेटकीपिंग पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया। मैं एडम गिलक्रिस्ट को देखती थी। वह ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज थे। फिर जब स्मृति दी ने डेब्यू किया तो वह तुरंत मेरी फेवरेट बन गईं।
2021 में टीम इंडिया में चयन होने के बाद कैसा था यास्तिका का रिएक्शन
Yastika Bhatia ने कहा, सभी खुश थे। मेरे पिता और मां रो रहे थे। उन्होंने माना कि मेरे कोशिश सफल हुई। मैं भी खुश था, लेकिन साथ ही मैं इस बात पर भी ध्यान दे रही थी कि मुझे भारत को सीरीज जीतने में मदद करनी है और फिर टीम को वर्ल्ड कप जीतने में मदद करनी है। मुझे एहसास हुआ कि मेरी ज़िम्मेदारी बढ़ गई है। मेरे डेब्यू से पहले, स्मृति दी ने संकेत दिया था कि मैं अपना डेब्यू कर सकती हूं।
उन्होंने मुझे वैसे ही खेलने की सलाह दी जैसे मैं बरोदा के लिए खेलती थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह सीरीज अच्छी रही। लेकिन जब तक मैंने डेब्यू किया, तब तक सेल्फ-डाउट होने लगा था। लेकिन साथ ही, मैं अपने खेल में सुधार करने पर भी काम कर रही था। मैं किरण सर से भी बात कर रही थी कि मैं अपने खेल को नेक्सट लेवल तक कैसे ले जा सकती हूं।