ECB and Yorkshire Club (Pic Source-X)
2023 में आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स £25 मिलियन की बोली के साथ यॉर्कशायर के Ownership की डील को सील करने के काफी करीब थे। बता दें, पिछले कुछ समय से काउंटी क्लब फंड के लिए काफी संघर्ष कर रहा है और उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। यह डील लगभग पूरी हो गई थी लेकिन कॉलिन ग्रीव्स के 2024 में फिर से अध्यक्ष बनने के बाद यह सौदा पूरी तरह से टूट गया।
यॉर्कशायर फिर से खराब स्थिति में लौट आया है। काउंटी क्लब ने निजी निवेशकों को बुलाया है और राजस्थान रॉयल्स ने इस डील में फिर से दिलचस्पी दिखाई है। राजस्थान रॉयल्स ने प्रत्यक्ष निवेश के बजाय अतिरिक्त उधार के माध्यम से फिर से एक सौदे का प्रस्ताव रखा है। बता दें, क्लब के £15 मिलियन के कर्ज को मंजूरी नहीं दी जाएगी क्योंकि वो अभी भी रॉयल्स द्वारा उधार ली गई राशि का भुगतान करेंगे। काउंटी क्लब ने इस सौदे से इनकार कर दिया है क्योंकि वो कर्ज को दूसरे के साथ बिल्कुल भी बदलना नहीं चाहते हैं। हालांकि आईपीएल फ्रेंचाइजी ने हार नहीं मानी है और वो अभी भी क्लब को अपने नाम करने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
इन्हीं सब चीजों के बीच में दो अन्य कॉरपोरेट ग्रुप ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाई है। सुन ग्रुप जो आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद और SA20 में सनराइजर्स ईस्टर्न केप के मालिक हैं, उन्होंने यॉर्कशायर को £50 मिलियन देने की इच्छा व्यक्त की है। यह कीमत राजस्थान रॉयल्स ने शुरू में जो रकम दी थी उससे दो गुना है। हालांकि अभी तक इस डील को लेकर काउंटी क्लब की ओर से कोई भी पुष्टि नहीं की गई है क्योंकि यॉर्कशायर और भी पार्टी से बात कर रहा है।
इनमें से एक गोयंका ग्रुप है जो इंडियन प्रीमियर लीग में लखनऊ सुपर जायंट्स और SA20 में डरबन सुपर जायंट्स के मालिक है। Wisden के मुताबिक अभी तक उन्होंने अपनी ओर से कोई भी बिड नहीं रखी है और दोनों के बीच बातचीत हो रही है। गोयंका ग्रुप पहले हैंपशायर क्लब का अधिग्रहण करना चाहते थे लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक जीएमआर समूह ने £120 मिलियन के ऑफर के साथ डील को अपने नाम किया।
जो भी यॉर्कशायर क्लब को अपने नाम करेगा वो हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड का भी मालिक होगा
बता दें, जो भी ग्रुप यॉर्कशायर क्लब को अपने नाम करेंगे वो हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड के भी मालिक होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक यह सौदा इसी कैलेंडर वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है क्योंकि कई भारतीय बिजनेसमैन ने काउंटी क्लब और द हंड्रेड फ्रेंचाइजी को खरीदने में रुचि दिखाई है।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने तमाम भारतीय बिजनेसमैन को द हंड्रेड में हिस्सेदारी के लिए आमंत्रित किया है और उसी के लिए अभी चर्चा होनी बची है।