सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरुआती टेस्ट में, भारतीय बल्लेबाजों को एक बड़ी पारी खेलने के लिए संघर्ष करना पड़ा। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम पहली पारी में 245 रन पर सिमट गई। इस मैच में जिस बल्लेबाज ने सभी को प्रभावित किया वो केएल राहुल थे। पहली पारी में राहुल 101 रन बनाकर आउट हुए। 70 जबकि विराट कोहली (38) और श्रेयस अय्यर (31) जैसे खिलाड़ियों ने शुरुआत तो की लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए।
दूसरी ओर, शुभमन गिल को एक बार फिर मुश्किल पिच पर संघर्ष करना पड़ा और जिसके बाद विदेशी परिस्थितियों में भारत की बल्लेबाजी एक बार फिर सवालों के घेरे में है। उसी के बारे में बोलते हुए, भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने पांच साल पहले इसी तरह की परिस्थितियों में अजिंक्य रहाणे द्वारा खेली गई एक पारी को याद किया और कहा कि अगर वह बॉक्सिंग डे पर वहां होते, तो कहानी अलग हो सकती थी।
अगर Ajinkya Rahane टीम में होते तो आज कहानी पूरी तरह से अलग होती- Sunil Gavaskar
गावस्कर ने बताया कि 35 वर्षीय रहाणे विदेशी परिस्थितियों में एक अच्छा खिलाड़ी है क्योंकि वह चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बल्लेबाजी कर सकता है। स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि, “लोग पांच साल पहले जोहान्सबर्ग टेस्ट की पिच के बारे में बात कर रहे थे और मैं वहां था।
हां, पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था, कुछ गेंद ऊपर चढ़ रही थी। और अजिंक्य रहाणे, जिन्हें पहले दो टेस्ट मैचों के लिए नहीं चुना गया था, उनको उस मैच के लिए चुना गया और उन्होंने दिखाया कि भारतीय टीम से क्या गलती हुई क्योंकि इससे पहले पहले कुछ टेस्ट मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। विदेश में रहाणे बहुत अच्छे, बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं और शायद अगर वह आज वहां होते तो कहानी पूरी तरह से अलग हो सकती थी।”
आपको बता दें कि, रहाणे ने टेस्ट टीम में श्रेयस अय्यर के कारण अपनी जगह खो दी। जब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और वेस्टइंडीज सीरीज के दौरान श्रेयस अय्यर चोटिल हो गए, तो रहाणे को फिर से टेस्ट टीम में शामिल किया गया और उन्हें द्विपक्षीय सीरीज में उपकप्तानी की भूमिका भी दी गई। हालांकि, रहाणे प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके और एक बार फिर रेड-बॉल क्रिकेट से बाहर हो गए।