Rahul Dravid VVS Laxman (Photo Source: X/Twitter)
Rahul Dravid VVS Laxman: ICC ODI World Cup 2023 में टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहा। भारत 10 में से 10 मुकाबले जीत कर फाइनल में पहुंचा था। लेकिन फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाकर जीत दर्ज की, और टीम इंडिया के सपनों को तोड़ा। वर्ल्ड कप के समापन के साथ भारतीय हेड कोच राहुल द्रविड़ का कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म हो चुका है।
राहुल द्रविड़ 2021 में टीम इंडिया के हेड कोच बने थे। कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के पश्चात् राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) आगे हेड कोच की भूमिका निभाने के लिए इच्छुक नहीं है, ऐसे में ताजा रिपोर्ट्स ये आ रही है कि वीवीएस लक्ष्मण अब हेड कोच बन सकते हैं।
वह फुल-टाइम कोच नहीं बने रहना चाहते हैं- BCCI सूत्र
राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) अपने कार्यकाल में टीम इंडिया को तीन आईसीसी टूर्नामेंट (टी-20 वर्ल्ड कप, आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे वर्ल्ड कप) के नॉकआउट स्टेज तक लेकर गए। लेकिन टीम इंडिया जीत नहीं दर्ज कर पाई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) अब हेड कोच के पद पर वापस से काम नहीं करना चाहते हैं।
खबरें ऐसी आ रही है कि द्रविड़ (Rahul Dravid) वापस से NCA के प्रमुख बन सकते हैं। साथ ही द्रविड़ दो सााल के डील के साथ आईपीएल फ्रेंचाइजी के कोचिंग स्टॉफ का सदस्य बनने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
BCCI के एक सूत्र ने Times Of India पर बात करते हुए बताया, ‘वर्ल्ड कप के दौरान लक्ष्मण ने इस संबंध में बीसीसीआई के अधिकारियों से मिलने के लिए अहमदाबाद की यात्रा की है। उनके टीम इंडिया के कोच के रूप में एक लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर जुड़ने की संभावना है। निश्चित रूप से वह साउथ अफ्रीका दौरे में टीम के साथ ट्रैवल करेंगे यह हेड कोच के रूप में उनका पहला दौरा होगा।’
यह भी पढ़े- ‘यह पाकिस्तान की खासियत है, वे कप्तान बदलते हैं’ Babar Azam के कप्तानी से इस्तीफे के बाद Ian Chappell
BCCI सूत्र ने आगे बताया, ‘द्रविड़ ने बीसीसीआई को बता दिया है कि वह फुल-टाइम कोच बने रहने के इच्छुक नहीं है। लगभग 20 सालों तक उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम के साथ यात्रा की है। फिर कुछ सालों से वह फिर से उसी कठिन दौर से गुजर रहे हैं। वह NCA प्रमुख के रूप में भूमिका के लिए तैयार है, जो उन्होंने पहले भी निभाई है। इससे वह अपने होमटाउन बैंगलोर में रह पाएंगे।’