
Ruturaj Gaikwad (Photo Source: Getty)
चेन्नई सुपर किंग्स को 17 साल में पहली बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा। मेजबान टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही डिपार्टमेंट में संघर्ष किया और मैच 50 रन से हार गई, जो इतिहास में उनकी घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार भी है। गेंद के साथ, रुतुराज गायकवाड़ की अगुवाई वाली टीम ने पहली पारी में 196 रन दिए और बल्ले से रचिन रवींद्र अच्छी लय में दिखे, अन्य बल्लेबाज फ्लॉप रहे।
हार के बाद कप्तान गायकवाड़ ने कहा कि फील्डिंग ने आरसीबी के खिलाफ उन्हें निराश किया। सीएसके के खिलाड़ियों ने पहली पारी में कई कैच छोड़े और दूसरी पारी में भी शायद यही बात उन्हें परेशान कर सकती है। आरसीबी के कप्तान रजत पाटीदार को कई मौके दिए गए और उन्होंने 51 रन बनाए। उनकी पारी ने मिडिल ऑर्डर को स्थिरता दी, जो उस समय आरसीबी के लिए महत्वपूर्ण थी।
हार के बाद ऋतुराज गायकवाड़ ने दिया बड़ा बयान
ऋतुराज गायकवाड़ ने हार के बाद कहा कि मुझे अभी भी लगता है कि इस मैदान पर 170 का स्कोर सही था। यहां बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। खराब क्षेत्ररक्षण के कारण हमने मैच गंवाया। उन्होंने कहा कि अगर आप 170 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे होते तो कुछ समय और होता।
लेकिन 20 रन फालतू देने से पावरप्ले में अलग तरीके से खेलना होता है जो हम नहीं खेल पाये। सीएसके के कप्तान ने कहाकि हमने कैच टपकाये और उनके बल्लेबाज चौके छक्के लगाते रहे। उनकी रनगति आखिरी ओवर तक धीमी नहीं हुई। हमें लगता है कि फील्डिंग पर हमें काफी मेहनत करनी होगी।
दबाव में दिखे CSK के बल्लेबाज
पहले बैटिंग करते हुए RCB ने बड़ा स्कोर बनाया। इसके बाद RCB के गेंदबाजों ने शुरुआती विकेट जल्दी चटकाकर दबाव बनाया जो अंत तक कायम रहा। चेन्नई के बल्लेबाज लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रहे जबकि फील्डिंग में भी मेजबान टीम ने निराश किया। चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ खाता भी नहीं खोल सके। चेन्नई ने पहले दो ओवर में ही तीन विकेट गंवा दिये। दूसरे ओवर में राहुल त्रिपाठी (पांच) ने जोश हेजलवुड को पुल शॉट खेलने के प्रयास में शॉर्ट मिडविकेट पर कैच थमाया।