Rahul Dravid & Virat Kohli (Photo Source: X/Twitter)
पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ ने 16 सितंबर, 2011 को भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मैच खेला था। यह मैच भारत और इंग्लैंड के बीच कार्डिफ के सोफिया गार्डन में खेला गया था। इसी मैच में विराट कोहली ने इंग्लैंड की धरती पर पहला शतक लगाया था। यह सीरीज का पांचवां और आखिरी वनडे मैच था। टीम इंडिया सीरीज में 0-2 से पीछे चल रही थी और सिर्फ सम्मान के लिए खेल रही थी।
नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे राहुल द्रविड़
इंग्लैंड की टीम ने मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। भारतीय ओपनर पार्थिव पटेल और अजिंक्य रहाणे की जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत दी थी। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 52 रनों की साझेदारी हुई थी। रहाणे 47 गेंदों में 26 रन बनाकर आउट हुए, जिसके बाद राहुल द्रविड़ नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे।
कार्डिफ के फैंस ने द्रविड़ का शानदार स्वागत किया, क्योंकि वह व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में अपना आखिरी मैच खेल रहे थे। तीन ओवरों के बाद पार्थिव पटेल 19 रन बनाकर आउट हुए और फिर विराट कोहली मैदान में आए। राहुल द्रविड़ और विराट दोनों की बड़ी सहजता के साथ इंग्लिश गेंदबाजों का सामना कर रहे थे।
राहुल द्रविड़ ने आखिरी वनडे में बनाए थे 69 रन
राहुल द्रविड़ शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन 42वें ओवर में ग्रीम स्वान के खिलाफ 79 गेंदों में 69 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने विराट कोहली के साथ मिलकर 170 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी भी निभाई। बता दें, यह द्रविड़ द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ बनाई गई सबसे बड़ी साझेदारी थी। इससे पहले उन्होंने 2002 में सचिन तेंदुलकर के साथ 169 रनों की साझेदारी निभाई थी।
कोहली और द्रविड़ के बीच की साझेदारी उस समय इंग्लैंड के खिलाफ भारत की ओर से किसी भी विकेट के लिए चौथी सबसे बड़ी साझेदारी थी। राहुल द्रविड़ के आउट होने के बाद इंग्लैंड के सभी खिलाड़ियों ने उन्हें शानदार करियर के लिए बधाई दी थी। जब वह पवेलियन लौट रहे थे तो फैंस के साथ-साथ भारतीय खिलाड़ियों ने भी खड़े होकर ताली बजाई थी।
विराट कोहली ने इंग्लैंड की धरती पर जड़ा था पहला शतक
विराट कोहली ने 93 गेंदों में 107 रन बनाए, और इंग्लैंड की धरती पर अपना पहला शतक जड़ा था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 304 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने 241 (DLS टारगेट) रनों के लक्ष्य का पीछा 32.2 ओवरों में 6 विकेट और 10 गेंदें शेष रहते हुए हासिल किया था।