Sourav Ganguly (Image Credit- Twitter X)
कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी से अपनी महानता साबित की है। तो वहीं टीम में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी होते हैं, जो गेंद और बल्ले से टीम को मैच जिताने में अहम योगदान देते हैं। क्रिकेट की भाषा में ऐसे खिलाड़ियों को ऑलराउंडर कहते हैं।
तो वहीं कुछ ऐसा ही प्रदर्शन गेंदबाजी में अपनी बल्लेबाजी के लिए मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कर दिखाया था। बता दें कि आज के ही दिन ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ के नाम से मशहूर गांगुली ने वनडे करियर में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था।
भारत बनाम पाकिस्तान सहारा कप वनडे सीरीज का तीसरा मैच 18 सितंबर, 1997 को कनाडा के टोरंटो में खेला गया था। उस समय टीमें वनडे फाॅर्मेट को भी सफेद जर्सी में खेलती थी। इस मैच में भारतीय टीम ने बल्लेबाजी में कुछ खास कमाल नहीं दिखाया और पूरी टीम सिर्फ 182 रनों पर ही सिमट गई।
तो वहीं इस मैच में पाकिस्तान एक समय 87/2 के स्कोर पर मुकाबले को कंट्रोल की हुई थी। लेकिन इसके बाद मीडियम पेसर सौरव गांगुली ने गेंदबाजी की कमान अपने हाथों में लेते हुए, कमाल का प्रदर्शन किया था और अपने वडने करियर में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की थी।
गांगुली ने झटके थे पांच विकेट
इस मुकाबले में गांगुली की गेंदबाजी की बदौलत भारत मैच जीतने में सफल रही थी। गांगुली ने मुकाबले में इजाज अहमद, सलीम मलिक, हसन रजा, मोईन खान और आकिब जावेद के विकेट हासिल किए थे। गांगुली को मैच में इस शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के अवाॅर्ड से नवाजा गया था। पाकिस्तान 148 पर सिमट गई थी और भारत ने 34 रनों से मैच को अपने नाम किया था।
देखें सौरव गांगुली के इस मैच विनिंग स्पैल को
Ganguly’s Best#OnThisDay in 1997, @SGanguly99 took 5 for 16 against Pakistan in Toronto.
Chasing 183 against India, Pakistan were bowled out for just 148.
The only cricketer to win four consecutive Man of the match awards in One Day Internationals. pic.twitter.com/DZQpM7nPiK
— Cricketopia (@CricketopiaCom) September 18, 2024
दूसरी ओर, इस मैच के खत्म होने के बाद कप्तान सचिन तेंदुलकर ने सौरव गांगुली को अपना गुप्त हथियार करार दिया था। तो वहीं सीरीज के बात की जाए तो भारत ने वनडे सीरीज को 4-1 से अपने नाम किया था।