Hardik Pandya And Aakash Chopra (Photo Source: Twitter)
क्रिकेट जगत में इन दिनों लगातार एक ही बात पर चर्चा हो रही है और वो यह है कि क्या रोहित शर्मा को हटाकर हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस का कप्तान बनाने का फैसला सही है? हर एक फैंस और एक्सपर्ट्स इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं। इसी कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी अपनी राय रखी।
JioCinema के डेली स्पोर्ट्स शो ‘#AAKASHVANI’ की मेजबानी करते हुए, आकाश चोपड़ा ने मुंबई इंडियंस के कप्तान के रूप में हार्दिक पांड्या की नियुक्ति और टीम के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा के योगदान के बारे में बात की। आपको बता दें कि, आईपीएल 2024 की नीलामी 19 दिसंबर को दुबई में होने वाली है।
हार्दिक पांड्या को कप्तान बनाने पर बोले आकाश चोपड़ा
हार्दिक पांड्या को कप्तान बनाए जाने पर आकाश चोपड़ा ने कहा कि, यह मेरी समझ है और कोई अंदरुनी खबर नहीं है। जब हार्दिक (पंड्या) ने गुजरात से जाने का फैसला किया, तो कप्तानी सौदे का एक हिस्सा रही होगी। इस फैसले के बारे में रोहित शर्मा को भी जरूर बताया गया होगा। रोहित को मुंबई इंडियंस की भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई होगी।
मुझे लगता है कि हार्दिक को गुजरात टाइटंस का कप्तान बनाने में आशीष नेहरा की जबरदस्त भूमिका थी। उन्हें हार्दिक को मैदान पर उसी प्रदर्शन को दोहराने के लिए एक अलग स्तर पर इनपुट प्रदान करना होगा क्योंकि मुझे नहीं लगता कि एक कप्तान के रूप में हार्दिक अभी तक पूरी तरह से तैयार हैं।
रोहित शर्मा को लेकर आकाश चोपड़ा की राय
वहीं रोहित शर्मा को लेकर आकाश चोपड़ा ने कहा कि, रोहित एक लीजेंड हैं। यह एक युग का अंत है। उन्होंने 10 साल तक टीम का नेतृत्व किया और पांच आईपीएल खिताब जीते। इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की और खूब नाम भी कमाया। लेकिन एक समय ऐसा आता है जब आप भविष्य के बारे में सोचने लगते हैं। सच कहें तो पिछले दो साल MI के लिए साधारण रहे हैं, यह देखते हुए कि उन्होंने अपने लिए हाई स्टैंडर्ड्स सेट किए हैं।
हालांकि किसी को सही समय पर मौका देना बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन यह तय करना और भी महत्वपूर्ण है कि किसी को कब जाने दिया जाए। सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चा चल रही है कि रोहित को अपने मन से कप्तानी छोड़ने का फैसला लेने दिया जाना चाहिए था और या हार्दिक को कप्तानी देने से पहले एक मैच में रोहित को MI का नेतृत्व करने की अनुमति दी जानी चाहिए थी। मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी सदस्यता नहीं लेता। टीम से बड़ा कोई नहीं है।