Riyan Parag (Photo Source: X/Twitter)
आईपीएल 2024 की शुरूआत हो चुकी है, राजस्थान रॉयल्स ने अपने पहले मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 20 रनों से शानदार जीत दर्ज की। इस मैच में रियान पराग (Riyan Parag) नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे, और अपनी शानदार पारी से आलोचकों को तगड़ा जवाब दिया है। रियान पराग ने 29 गेंदों में 4 चौके और 3 छक्कों की मदद से 43 रनों की पारी खेली थी। आपको बता दें रियान पराग अक्सर अपने प्रदर्शन को लेकर फैंस के निशाने में रहते हैं। लखनऊ के खिलाफ शानदार पारी के बाद रियान पराग ने आलोचकों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मैं चीजों को अलग तरीके से करता हूं- Riyan Parag
रियान पराग (Riyan Parag) असम के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन दिखा रहे हैं। लेकिन उस फॉर्म को आईपीएल में अब तक दोहरा पाने में नाकामयाब रहे हैं। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए अब तक रियान पराग ने 55 मैचों में 643 रन बनाए हैं। राजस्थान रॉयल्स लगातार रियान पराग पर भरोसा दिखाते हुए नजर आई है, इस सीजन फ्रेंचाइजी ने रियान पराग को बल्लेबाजी क्रम में प्रमोट करते हुए नंबर-4 की पोजिशिन दी है।
आईपीएल द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है। जिसमें रियान पराग (Riyan Parag) ने बात करते हुए कहा, ‘मेरे जैसे किसी व्यक्ति को सपोर्ट करना कठिन है। मैं एक अलग कैरेक्टर हूं, मैं चीजों को अलग तरीके से करता हूं।’ रियान पराग ने आगे बताया कि बाहर उनको लेकर काफी सारी बातें चलती रहती है, लेकिन उन सबसे उन्हें कोई भी फर्क नहीं पड़ता है।
‘ईमानदारी से कहूं तो मैं कम परवाह नहीं कर सकता, अगर मुझे लगता है कि मैं मन से खुश हूं। मुझे लगता है कि मैंने अच्छी तैयारी की है और वहां जाकर प्रदर्शन करने के लिए खुद को सर्वश्रेष्ठ मौका दिया है, तो मैं खुश हूं। यह कठिन है लेकिन वे (RR) मेरे साथ खड़े रहे और उम्मीद है कि मैं उनके लिए अच्छा प्रदर्शन कर पाऊंगा।’
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कहता है- रियान पराग
रियान पराग (Riyan Parag) के प्रदर्शन को लेकर अक्सर बातें चलती रहती है। जिसे लेकर रियान पराग का कहना है कि, ‘मेरे बारे में बहुत सारी राय हैं, मेरे बारे में बहुत सारी बातें होती हैं। लेकिन जब मैं घरेलू क्रिकेट खेलता हूं, तो मैं उनकी बात नहीं सुनता। वास्तव में हर कोई जो कह रहा है, उसे आप अनसुना कर देते हैं, लेकिन यह अच्छा और बुरा है, इसका अपने ऊपर प्रभाव नहीं पड़ने देना चाहिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कहता है, अगर मैं वास्तव में इस पर विश्वास नहीं करता, तो मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ता है।’