IPL and Lalit Modi (Image Credit- Twitter X)
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो लगता है कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर और भारतीय उधोगपति ललित मोदी आईपीएल (IPL) को कड़ी टक्कर देने की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं। इसके लिए उन्होंने इंग्लैंड और वेस्ट क्रिकेट बोर्ड (ECB) के साथ उनके टूर्नामेंट द हंड्रेड को लेकर एक प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव में ललित ने ईसीबी की आय में बढ़ोत्तरी की बात कही है।
गौरतलब है कि आईपीएल के खोज ललित मोदी ने ही की थी, लेकिन अब जब यह टूर्नामेंट दुनिया के सबसे बड़ी टी20 लीग बना चुका है, तब ललित का इस लीग से कोई भी सरोकार नहीं है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मोदी को भारत में किसी प्रकार की क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा लेने से पूरी तरह से बैन किया है। इसके अलावा आईपीएल में कोई भी ललित मोदी के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है, कमेंटेटर को भी इस नाम का इस्तेमाल के लिए सख्त मना किया गया है।
लेकिन अब लगता है कि ललित मोदी आईपीएल से सीधे टक्कर लेते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि ईसीबी ने साल 2021 में आईपीएल की तर्ज पर ही द हंड्रेड को लाॅन्च किया था, तो वहीं मोदी ने अब इस टूर्नामेंट रूचि दिखाते हुए ईसीबी के सामने प्रस्ताव रखा है जिसमें खिलाड़ियों की खरीद के लिए अगले 10 साल के लिए 100 मिलियन डाॅलर और ईसीबी की प्रतिवर्ष 1 बिलियन डाॅलर की आय की गारंटी शामिल है।
यह एक अंग्रेजी लीग होनी चाहिए – ललित मोदी
इसके अलावा 10 टीमों वाले इस टूर्नामेंट में ललित मोदी आईपीएल फ्रेंचाइजी का कम से कम हस्तक्षेप चाहते हैं। क्रिकबज की रिपोर्ट्स की माने तो मोदी ने कहा- मैंने केवल दो आईपीएल टीमों का सुझाव दिया है, यह एक अंग्रेजी लीग होनी चाहिए न कि भारत के हस्तक्षेप वाली कोई लीग।
गौरतलब है कि हाल में ही ईसीबी ने काउंटी क्रिकेट में प्राइवेट प्लेयर्स को आने की अनुमति दी है, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि एक तिहाई काउंटी टीमों की लीडरशिप का निजीकरण होने की संभावना है। दिल्ली कैपिटल्स में मालिकाना हक रखने वाला GMR ग्रुप भी इस डील में शामिल हो सकता है।