Pratika Rawal & Smriti Mandhana (Photo Source: X)
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज 3-0 से जीती। तीसरे वनडे मैच में मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 435 रन बनाए थे, जो वनडे क्रिकेट में (मेन्स और विमेंस) टीम का सर्वोच्च टोटल है। आयरलैंड महिला टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 131 पर सिमट गई और भारत ने 304 रनों से जीत दर्ज की। यह भारतीय महिला टीम की किसी भी फॉर्मेट में सबसे बड़ी जीत है।
तीसरे वनडे मैच में प्रतीका रावल और स्मृति मंधाना ने शतकीय पारी खेल कई बड़े रिकॉर्ड्स को धवस्त किया। मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों ने अपने माइलस्टोन्स को लेकर बात की, आइए आपको बताते हैं कि दोनों का क्या कहना है-
78 के बाद मैं थोड़ा सचेत थी- प्रतीका रावल
आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल के बीच पहले विकेट के लिए 233 रनों की साझेदारी हुई थी। दोनों के बीच लगातार दूसरी बार पहले विकेट के लिए 100+ रनों की साझेदारी हुई। स्मृति भारत के लिए सबसे तेज (70 गेंद) वनडे शतक लगाने वाले महिला खिलाड़ी बनीं। वहीं, प्रतीका ने मेडन वनडे शतक ठोका।
BCCI Women द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए वीडियो में स्मृति मंधाना ने प्रतीका से पूछा कि मेडन शतक के बाद उनकी क्या फीलिंग है? जिसका जवाब देते हुए खिलाड़ी ने कहा,
“मैंने इसका लुत्फ उठाया, बहुत सारे रन बना रही हूं जो वास्तव में एक आशीर्वाद है। एक बल्लेबाज के रूप में मैं हमेशा अधिक रन बनाना चाहती हूं और अपने देश के लिए ऐसा करना वास्तव में एक अच्छा है इसलिए मैं बहुत खुश हूं। 78 रन के बाद मैं थोड़ा सचेत थी यार शतक है शतक है मैं सिंगल ले रही थी मैं थोड़ा स्लो खेल रही थी लेकिन शतक बनाने के बाद मैंने सोचा कि चलो बस चलते हैं, इसलिए शतक के बाद 50 रन थोड़े जल्दी आए मैं उस तरह से रन बनाने में सक्षम थी जिस तरह से मैं स्कोर करती हूं।”
A post-series chat with the record-breaking opening duo! 😎
From Maiden ODI century to Fastest ODI Hundred for India in women’s cricket 💯
Captain Smriti Mandhana and Pratika Rawal 𝙚𝙡𝙖𝙗𝙤𝙧𝙖𝙩𝙚 it all 😃👌 – By @mihirlee_58 #TeamIndia | #INDvIRE | @IDFCFIRSTBank pic.twitter.com/7c0xsYGaIo
— BCCI Women (@BCCIWomen) January 16, 2025
वहीं, स्मृति मंधाना ने अपनी शतकीय पारी को लेकर बात करते हुए कहा,
“मैं आज मैदान पर जाकर पूरी आजादी के साथ बल्लेबाजी करना चाहती थी। मैदान पर उतरने से पहले मैंने पूरे डगआउट में कहा कि मैं अपने शॉट खेलने की कोशिश करूंगी, क्योंकि आपको ऐसा करने का मौका बहुत कम मिलता है।”