रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए टेस्ट में 8 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। भारत ने इस मैच में कीवी टीम के सामने सिर्फ 107 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे उन्होंने पांचवें दिन 2 विकेट के नुकसान पर आसानी से हासिल कर लिया।
अब सभी के मन में ये सवाल है कि आखिर टीम इंडिया से इस मैच में कहां गलती हुई और वो किन कारणों इस ये मुकाबला हारी, आइए हम आपको बताते हैं।
IND vs NZ 5 Reason Why India Lost First Test Match (पांच कारण, जिस वजह से टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ हारी पहले टेस्ट)
1. टॉस पर रोहित शर्मा का गलत फैसला
टेस्ट मैच के दूसरे दिन जब ये इस मैच का टॉस हुआ तब वहां ओवरकास्ट कंडीशन थे। बारिश की वजह से पहले दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी गई। वहीं, दूसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तो रोहित ने टॉस जीतने के बाद गलत फैसला ले लिया। भारत ने बल्लेबाजी चुनी और पूरी टीम केवल 46 रनों पर सिमट गई। विराट कोहली समेत पांच खिलाड़ी तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए।
रोहित ने बाद में खुद इस बात को स्वीकार किया कि टॉस के बाद फैसला लेने में गलती हुई थी। रोहित ने पहले दिन के खेल के बाद कहा, ”बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला मेरा था । लेकिन साल में एक या दो खराब फैसले चलते हैं।”
2. भारत पर भारी पड़ी कॉनवे की पारी
भारत के पहली पारी में सस्ते में सिमटने के बाद न्यूजीलैंड के ओपनर डेवोन कॉनवे ने भारतीय गेंदबाजों को मुश्किल में डाला। कॉनवे ने 105 गेंदों में 11 चौकों और 3 छक्कों के बदौलत 91 रन की पारी खेली। उन्होंने कप्तान टॉम लैथम (15) के साथ पहले विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी की। कॉनवे ने फिर विल यंग (33) के साथ पारी को संभाला। दोनों ने दूसरे विकेट लिए 75 रन जोड़े और मेजबान टीम पर दबाव बनाया।
3. रचिन-साउदी की साझेदारी
कॉनवे के अलावा चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए रचिन रविंद्र (157 गेंदों में 134) ने भारतीय गेंदबाजों के नाक में दम किया। रचिन ने चौथे विकेट के लिए डेरिल मिचेल (18) के साथ 39 रन की साझेदारी की। हालांकि, रचिन का साथ देने जब टिम साउदी (65) तो आए तो दोनों ने आठवें विकेट के लिए 137 रन की पार्टनरशिप की। दोनों की पार्टनरशिप की बदौलत न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 का स्कोर बनाया। अगर भारत यह साझेदारी जल्द तोड़ने में कामयाब हो जाता तो शायद न्यूजीलैंड की पारी 300 से नीचे सिमट सकती थी और शायद मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।
4. राहुल और जडेजा दूसरी पारी में भी हुए फेल
टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सरफराज खान (150), ऋषभ पंत (99) और विराट कोहली (70) की शानदार बैटिंग की बदौलत भारत ने 462 रन बोर्ड पर लगाए। हालांकि, केएल राहुल (12), ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (5) और आर अश्विन (15) निचले क्रम में कुछ ज्यादा योगदान नहीं दे पाए। भारत ने दूसरी पारी में आखिरी 6 विकेट सिर्फ 54 रन जोड़कर गंवा दिए। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज शून्य पर लौटे।
5. बुमराह के अलावा सभी गेंदबाज रहे बेअसर
न्यूजीलैंड को पहली पारी में 356 रनों की बढ़त मिली, जिससे उबरना भारत के लिए आसान नहीं था। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 462 रन जरूर बनाए, लेकिन गेंदबाजों को डिफेंड करने के लिए सम्मानजनक स्कोर नहीं मिला। बुमराह ने पांचवें दिन अच्छी बॉलिंग की लेकिन उन्हें दूसरे छोर से साथ नहीं मिला। बुमराह ने दो विकेट चटकाए। उन्होंने एक ओवर मेडन डाला। सिराज ने तीन ओवर मेडन फेंके। न्यूजीलैंड ने 27.4 ओवर में आसानी से जीत दर्ज कर ली। विल यंग 48 और रचिन 39 रन बनाकर नाबाद रहे।