Rohit Sharma, Aakash Chopra, R Ashwin (Photo Source: X/Getty Images)
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत को 8 विकेट से हार झेलनी पड़ी। कीवी टीम ने पूरे 36 साल बाद भारत की सरजमीं पर टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रचा है। टीम इंडिया मुकाबले की पहली पारी में में 46 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 रन बोर्ड पर लगाए थे।
भारत ने दूसरी पारी में शानदार वापसी की और सरफराज खान (150), ऋषभ पंत (99) और विराट कोहली (70) की शानदार पारियों के बल पर 462 रन बनाए। न्यूजीलैंड को जीत के लिए 107 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उन्होंने आसानी से हासिल किया।
दूसरी पारी में भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने ही सिर्फ दो विकेट चटकाए। उन्होंने सिराज के साथ मिलकर लंबा स्पैल डाला। इसके बाद अश्विन के अटैक पर आने की उम्मीद थी, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव को बैक किया। क्रिकेट कमेंटेटर आकाश चोपड़ा रोहित शर्मा के इस फैसले से खुश नहीं है।
यह बिल्कुल भी समझ में नहीं आया- आकाश चोपड़ा
रविचंद्रन अश्विन न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में काफी ज्यादा महंगे साबित हुए थे, जिसके चलते ही शायद कप्तान रोहित शर्मा ने कुलदीप और जडेजा पर ज्यादा भरोसा दिखाया। हालांकि, आकाश चोपड़ा का मानना है कि यह गलत फैसला था, क्योंकि अश्विन टीम के सबसे सफल गेंदबाज है और बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ उनका रिकॉर्ड शानदार है।
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा,
इसमें कोई शक नहीं कि रन कम थे लेकिन हमने अश्विन से बिल्कुल भी गेंदबाजी नहीं करवाई। मैं यह नहीं कह रहा कि अगर अश्विन ने गेंदबाजी की होती तो हम मैच जीत जाते लेकिन हमने उनसे गेंदबाजी नहीं करवाई। यह आश्चर्यजनक था और कैसे। अश्विन को गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई गई? मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं है क्योंकि अगर आप उनके नंबर देखें तो वो आपकी टीम के सबसे बेहतरीन गेंदबाज हैं। टेस्ट मैचों में उनसे ज्यादा विकेट किसी ने नहीं लिए हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज खेल रहे थे लेकिन फिर भी आपने उनसे गेंदबाजी नहीं करवाई। यह बिल्कुल भी समझ में नहीं आया।
15 या 20 रन बचे थे और आपने उन्हें गेंदबाजी के लिए बुलाया- आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने आगे बताया कि जब रोहित शर्मा ने अश्विन को गेंद थमाई, तब तक मैच भारत के हाथ से निकल चुका था। उन्होंने कहा,
मैच खत्म हो चुका था। मैच में कोई जान नहीं बची थी। 15 या 20 रन बचे थे और आपने उन्हें गेंदबाजी के लिए बुलाया। बेहतर होता कि आप उनसे गेंदबाजी ही न करवाते। यह सवाल मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा जाना चाहिए था – ‘रोहित भाई, आपने क्या किया?’। मुझे लगा कि भारत ने निश्चित रूप से एक चाल चूकी है और यह मेरी समझ से परे है कि उनसे गेंदबाजी क्यों नहीं करवाई गई।