Rohit Sharma (Photo Source: Getty Images)
भारत ने धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में इंग्लैंड को एक पारी और 64 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही मेजबान टीम ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 4-1 से मात दी। सीरीज की शुरुआत में भारत 0-1 से पिछड़ चुका था, लेकिन पहले मैच में हारने के बाद रोहित शर्मा की टीम ने शानदार वापसी की।
पहले टेस्ट मैच के बाद केएल राहुल और रवींद्र जडेजा चोटिल होकर बाहर गए और टीम इंडिया को विशाखापत्तनम टेस्ट में इन दोनों खिलाड़ियों के बगैर खेलना पड़ा। मगर रोहित शर्मा एंड कंपनी ने विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में 106 रन की जीत दर्ज की।
हालांकि, रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के बल्ले से रन नहीं निकले। पहले दो मैचों में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। भारतीय कप्तान ने 24, 39, 14 और 13 के स्कोर बनाए। रोहित के इस प्रदर्शन पर इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जेफ्री बॉयकॉट ने भारतीय कप्तान पर निशाना साधा और उनकी उम्र को लेकर आलोचना की। मगर रोहित शर्मा ने राजकोट और धर्मशाला में शतक बनाकर आलोचकों को करारा जवाब दिया।
पिछले कुछ वर्षों में मैं अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहा हूं- रोहित शर्मा
टेस्ट सीरीज जीतने के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने अपने संन्यास की योजनाओं के बारे में बात की है और खुलासा किया अगर उन्हें लगेगा कि वह पर्याप्त रूप से अच्छा नहीं कर रहे हैं तो खुशी-खुशी संन्यास ले लेंगे।
रोहित ने मैच के बाद कहा, ‘एक दिन, जब मैं जागूंगा और महसूस करूंगा कि मैं अच्छा नहीं हूं तो मैं तुरंत संन्यास ले लूंगा, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मैं अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल रहा हूं।’
वहीं मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने रोहित (Rohit Sharma) की बल्लेबाजी प्रदर्शन के लिए सराहना की है। द्रविड़ ने कहा, ‘रोहित शर्मा इस सीरीज में असाधारण रहे हैं। राजकोट में, जब हम पहले घंटे के अंदर 3 रन से पीछे थे, तो हमें किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी जो हमें शतक दिला सके। रांची में भी उन्होंने अद्भुत बल्लेबाजी की।’