भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पता है कि बैजबॉल से टीम इंडिया को कितना नुकसान हो सकता है। 22 जुलाई को एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ पुनर्निर्धारित पांचवें टेस्ट में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा, जिसमें इंग्लैंड ने अंतिम पारी में 378 रनों का पीछा करते हुए सात विकेट से मैच जीत हासिल की थी।
उस मैच में रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में, बुमराह भी टीम का नेतृत्व कर रहे थे क्योंकि उन्हें अब अनुभव है कि आक्रामक क्रिकेट खेलकर इंग्लैंड कितना खतरनाक साबित हो सकता है। इसके बावजूद, 30 वर्षीय बुमराह को आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड की बैजबॉल की कोई चिंता नहीं है, जो 25 जनवरी से हैदराबाद में शुरू होने वाली है।
इंग्लैंड के बैजबॉल अप्रोच को लेकर बड़ा जसप्रीत बुमराह ने दिया बड़ा बयान
इसी के बारे में बोलते हुए बुमराह ने कहा कि, वो बैजबल को लेकर थोड़ा भी चिंतित नहीं हैं। इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि, गेंदबाजों को ज्यादा से ज्यादा विकेट लेने का मौका मिलेगा। The Guardian के हवाले से बुमराह ने कहा कि, “मैं वास्तव में बैजबॉल शब्द से चिंतित नहीं हूं। लेकिन वे सफल क्रिकेट खेल रहे हैं और विरोधियों पर आक्रामक रुख अपनाकर दुनिया को दिखा रहे हैं कि टेस्ट क्रिकेट खेलने का एक और तरीका है।
एक गेंदबाज के तौर पर मेरा मानना है कि यह मुझे खेल में बनाए रखता है। और अगर वे इसके लिए जा रहे हैं, इतनी तेजी से खेल रहे हैं, तो वे मुझे थकाएंगे नहीं, इससे मुझे ढेर सारे विकेट मिल सकते हैं। मैं हमेशा इस बारे में सोचता हूं कि मैं चीजों का उपयोग अपने फायदे के लिए कैसे कर सकता हूं। उन्हें बधाई, लेकिन एक गेंदबाज के रूप में आप खेल में हैं।”
फ्रेंचाइजी क्रिकेट के युग में, जसप्रीत बुमराह ने याद दिलाया कि वह उस पीढ़ी के हैं जहां टेस्ट क्रिकेट राजा है। तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्होंने लाल गेंद से खेलकर विकेट लेने की कला सीखी और इससे उनके खुद के खेल में व्यापक विकास हुआ है।
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