Scott Boland (Photo Source: Twitter)
सिडनी टेस्ट में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस टेस्ट जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 3-1 के अंतर से अपने नाम कर ली। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया WTC फाइनल में पहुंच गया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने करीब दस साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी वापस अपने नाम किया है। मैच की बात करें तो इस मैच में भारतीय टीम ने 162 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट खोकर ऐतिहासिक सीरीज जीत ली।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 185 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 रन पर खत्म हुई, जिससे टीम इंडिया को चार रनों की बढ़त मिल गई। इसके बाद भारत की दूसरी पारी 157 रन पर समाप्त हुई और ऑस्ट्रेलिया को 162 रन का लक्ष्य मिला।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने ट्रैविस हेड (34) और ब्यू वेबस्टर (39) की नाबाद पारी की बदौलत जीत पक्की कर ली। सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से हराया है। भारत की हार से लाखों भारतीय प्रशंसक निराश हो गए क्योंकि इस हार ने टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 की दौड़ से भी बाहर कर दिया।
जसप्रीत बुमराह के बिना दूसरी पारी में उतरी थी टीम इंडिया
दूसरी पारी में भारत कप्तान जसप्रीत बुमराह के बिना था। पीठ की चोट के कारण बुमराह बाहर हो गए थे। उनकी जगह विराट कोहली कप्तानी कर रहे थे। भारत की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा को तीन और सिराज को एक विकेट मिला। अगर बुमराह फील्ड पर मौजूद होते तो पहली पारी की तरह इंडिया दूसरी पारी में गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन कर सकता था।
स्कॉट बोलैंड बने प्लेयर ऑफ द मैच
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत का पूरा श्रेय तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड को मिला। स्कॉट बोलैंड ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया की जीत का नींव रखा। उन्होंने दोनों पारी मिलाकर 10 विकेट अपने नाम किए।
पहली पारी
गेंदबाजी: 4 विकेट
बल्लेबाजी: 9 रन (9 गेंद)
दूसरी पारी
गेंदबाजी: 6 विकेट
प्लेयर ऑफ द मैच मिलने के बाद स्कॉट बोलैंड
“पिछले कुछ महीने बहुत शानदार रहे और पिछले कुछ हफ्ते तो कमाल के रहे हैं। अपने शरीर को फिट रखने के लिए मैंने काफी समय जिम में बिताया। भारत के खिलाफ 3-1 से जीतना, जो लंबे समय से नहीं हुआ था, वह बेहद खास है। मैं खुश हूं कि जब भी मुझे खेलने का मौका मिलता है, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाता हूं।”