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ICC द्वारा ट्रांसजेंडरों को अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट से बैन करने पर इमोशनल डेनिएल मैकगैही ने कहा- “हम खेल के लिए खतरा नहीं हैं”

ICC द्वारा ट्रांसजेंडरों को अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट से बैन करने पर इमोशनल डेनिएल मैकगैही ने कहा- हम खेल के लिए खतरा नहीं हैं

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Danielle McGahey. (Image Source: X)

ट्रांसजेंडर क्रिकेटर डेनिएल मैकगैही (Danielle McGahey) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) द्वारा लिंग पात्रता दिशानिर्देशों में एक महत्वपूर्ण बदलाव के कारण महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने से वंचित रहना पड़ेगा।

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) ने पुरुष से महिला बनने वाले, पुरुष यौवन से गुजरने वाले किसी भी खिलाड़ी को महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भाग लेने बैन कर दिया है, चाहे फिर उसने सर्जरी या लिंग परिवर्तन ही क्यों न कराया हो।

Danielle McGahey ने ICC के फैसले पर निराशा जाहिर की

ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली 29 वर्षीय बल्लेबाज डेनिएल मैकगैही (Danielle McGahey) साल 2020 में कनाडा शिफ्ट हो गई थी, जहां उन्होंने साल 2021 में अपना लिंग पुरुष से महिला में बदल लिया। मैकगैही ने सितंबर 2023 में महिला टी-20 अमेरिका क्वालीफायर में कनाडा का प्रतिनिधित्व कर इतिहास रचा था।

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डेनिएल मैकगैही (Danielle McGahey) ने छह T20I मैचों में 19.66 की औसत और 95.93 की तेज स्ट्राइक रेट से 118 रन बनाकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। अब वह ICC के इस बदलाव से निराश है, क्योंकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलेगा।

हम खेल की अखंडता या सुरक्षा के लिए खतरा नहीं हैं: Danielle McGahey

डेनिएल मैकगैही ने इंस्टाग्राम पर लिखा: “आज सुबह आईसीसी के फैसले के बाद, मुझे बहुत भारी मन से कहना पड़ रहा है कि मेरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर खत्म हो गया है। मेरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर जितनी जल्दी यह शुरू हुआ, उतनी ही जल्दी खत्म हो रहा है। मेरे सभी साथियों, पूरे विरोधी, क्रिकेट समुदाय और मेरे प्रायोजक @willowleathercricket से लेकर मेरी यात्रा में मेरा समर्थन करने वाले सभी लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद।

हालांकि, मैं आईसीसी के फैसले पर अपनी राय रही हूं, लेकिन वे गलत हैं। जो मायने रखता है वह यह है कि आज लाखों ट्रांस महिलाओं को संदेश भेजा जा रहा है, एक संदेश कहता है कि हम सभी से अलग हैं। मैं वादा करती हूं कि मैं अपने खेल में समानता के लिए लड़ना बंद नहीं करूंगी, हम उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलने के अधिकार के हकदार हैं, हम खेल की अखंडता या सुरक्षा के लिए खतरा नहीं हैं। लड़ना कभी न छोड़ें!”

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