England and Wales Cricket Board (Image Source: ECB)
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने देश में महिला क्रिकेट में संरचनात्मक बदलाव के लिए बड़ा कदम उठाया है। ईसीबी ने कहा है कि काउंटी टीमों को अपनी इच्छाशक्ति दिखाने की जरूरत है, ताकि देश में महिला क्लब क्रिकेट को एक बार फिर से जीवित किया जा सके। तो वहीं इसको लेकर गवर्निंग बाॅडी ने 8 टियर 1 पेशेवर महिला क्रिकेट क्लब के लिए काउंटी टीमों से टेंडर मंगाए है।
तो वहीं इस कदम को इंग्लैंड में पिछले 5 सालों में महिला क्रिकेट के क्षेत्रों में हुए बदलावों में सबसे बड़ा बदलाव माना जा रहा है। नई सरंचना वर्तमान संरचना को रिप्लेस करेगी जो साल 2020 से चली आ रही है। पिछली व्यवस्था के अनुसार सभी काउंटी टीमें चार्लोट एडवर्ड्स कप (Charlotte Edwards Cup) और रचेल हायो फ्लिंट ट्राॅफी (Rachael Heyhoe Flint Trophy) में क्रिकेट खेलती थी, जो सीधे ईसीबी के नियंत्रण में था। इन टूर्नामेंट में एक से ज्यादा टीमें भाग लेती थीं।
दूसरी ओर, ईसीबी द्वारा वर्तमान सरंचना में बदलाव के पीछे उस परेशानी का हल निकालना है, जिसमें पिछले कुछ समय में रीजनल टीमों को प्रभावित किया है। ईसीबी साल 2025 के शुरूआत से पहले सभी काउंटी और क्लब महिला टीमों को एक साथ लाने पर काम कर रहा है।
बोर्ड के इस कदम से टीमों को अपनी पहचान बनाने के अलावा खेल में क्षेत्रीय भागीदारी भी बढ़ पाएगी, जो फिलहाल कम नजर आ रही है। बोर्ड को इससे महिला क्रिकेट की मार्केटिंग करने में आसानी होगी, और क्लब टीमों की जिम्मेदारी, स्वामित्व और संचालन सब कुछ क्लब को सौंपा जाएगा।
तो वहीं बोर्ड के इस कदम को लेकर ईसीबी में पेशेवर महिला खेल के निदेशक Beth Barrett-Wild ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के हवाले कहा- रीजनल माॅडल को साल 2020 में लांच किया गया था, जिसमें महिला क्रिकेट को जल्द से जल्द पेशेवर बनाने की बात कही गई थी। मुझे लगता है कि इसमें शानदार काम हुआ है। लेकिन हमारे पास 8 क्लब टीमों में 88 पेशेवर महिला क्रिकेटर हैं, जो आगामी साल में 102 मैच खेलने के लिए तैयार हैं।