Glenn Maxwell (Pic Source-Pic Source-Twitter)
ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने 7 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 मुकाबले में अफगानिस्तान के खिलाफ नाबाद दोहरा शतक लगाकर अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया।
इस मैच में ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने शारीरिक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद अंत तक खेला और अपनी टीम का जीत के लिए आगे से नेतृत्व किया। स्टार ऑलराउंडर को पूरे मैच के दौरान पीठ में दर्द और ऐंठन का अनुभव हुआ, यहां तक कि एक पल ऐसा भी आया जब वह खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।
Glenn Maxwell ने बेहद तकलीफ में खेली यादगार पारी
फिर भी, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को यादगार जीत दिलाई। इस बीच, ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने अफगानिस्तान के खिलाफ ज्यादातर शॉट और छक्के लगभग पूरी तरह से एक पैर पर लगाए थे। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर को उनका शरीर साथ नहीं दे रहा था, जिसके कारण वह अक्सर पर जमीन पर लेटे हुए नजर आए। मैदान पर ही इलाज कराने के बाद भी वह ऐंठन से इतना थक गए थे कि वह दौड़ भी नहीं पा रहे थे।
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लेकिन 35-वर्षीय मैक्सवेल ने धमाकेदार चौकों और छक्कों के साथ फैंस का जमकर मनोरंजन किया, वहीं कप्तान पैट कमिंस ने दूसरा छोर संभाले रखा। वहीं दूसरी ओर, कई लोगों के मन में ये सवाल आया कि गंभीर ऐंठन के बावजूद मैक्सवेल ने रनर की मदद लेने का फैसला क्यों नहीं किया।
ICC ने समाप्त कर दिया नियम
दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने रनर का विकल्प इसलिए नहीं चुना, क्योंकि चोटिल बल्लेबाज के लिए रनर का विकल्प प्रदान करना अब मौजूद नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस नियम को समाप्त कर दिया है। आईसीसी के इस नियम को समाप्त करने के कारणों में से एक संभवतः रनरों द्वारा मैदान में बाधा डालना हो सकता। आपको बता दें, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और सुरेश रैना पहले रनर के रूप में खेल चुके हैं।