Tushar Deshpande (Image Credit- Twitter X)
युवा तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे ने इसी साल जिंबाब्वे के खिलाफ टीम इंडिया की ओर से अपना अंतरराष्ट्रीय टी20 डेब्यू किया था। हालांकि इस समय तुषार देशपांडे अपनी चोट से ठीक हो रहे हैं। युवा खिलाड़ी ने अभी तक टीम इंडिया की ओर से दो टी20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने दो विकेट हासिल किए हैं। चोटिल होने की वजह से तुषार दिलीप ट्रॉफी 2024 के दूसरे राउंड में भाग नहीं ले पाए और उन्हें सर्जरी के लिए लंदन जाना पड़ा।
हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में तुषार देशपांडे को बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। हाल ही में युवा खिलाड़ी ने Crictracker के साथ अपने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चेन्नई सुपर किंग्स और आईपीएल के आगामी टूर्नामेंट में अपनी तैयारी को लेकर बड़ा खुलासा किया।
1- क्रिकेट में आपको रुचि कैसे हुई और किसने आपको सबसे ज्यादा प्रोत्साहित किया?
शुरुआत यहीं है कि मेरे पिता अपनी कंपनी के लिए क्रिकेट खेलते थे और वैसे ही माहौल घर में भी रहता था। मेरे साथ भी ऐसे ही हुआ। मेरे पिता मुझे इसलिए ले जाते थे ताकि मैं भी क्रिकेट में अपनी रुचि शुरू कर पाऊं। हम लोग कल्याण के एक छोटे से शहर में रहते थे जहां क्रिकेट के लिए इतनी चीजें उपलब्ध नहीं थी। मेरे पिता ने मुझे प्रोत्साहित किया और मेरा 2008 में शिवाजी पार्क जिमखाना के U-12 टीम में चयन हो गया।
सच बताऊं तो मैं सिर्फ बल्लेबाजी करने के लिए गया था लेकिन वहां बल्लेबाजों की लाइन काफी बड़ी थी इसलिए मैं गेंदबाजों की लाइन में चला गया। कल्याण से दादर का सफर बहुत ही मुश्किल था। चयनकर्ताओं को मेरी गेंदबाजी देखकर काफी खुशी महसूस हुई और उन्होंने मुझे टीम में शामिल कर लिया।
2- करियर को बेहतर बनाने के लिए आपकी मां की क्या भूमिका थी?
एक चीज जो मेरी मां ने हमेशा मेरे लिए की वो यह थी कि चाहे हम लोग कितनी भी पैसों की समस्या से गुजर रहे हो मेरे पास हमेशा हर चीज उपलब्ध रहती थी। उस समय गेंदबाजी वाले जूते काफी महंगे आते थे लेकिन मेरे मां-बाप ने हमेशा मेरा साथ दिया और उन्होंने खुद के लिए कुछ भी नहीं किया।
मेरी मां को यह बात काफी अच्छी तरह से पता थी कि मैं टीम इंडिया की ओर से जरूर खेलेगा और इस समय मैं उनके ही सपने जी रहा हूं।
3- मानसिक मजबूती पर आपने क्या काम किया है?
मैं हमेशा ही हर चीज से सीखने की कोशिश करता हूं। एमएस धोनी ने मुझे सलाह दी थी कि आपको ज्यादा से ज्यादा योगा करना चाहिए और सांस लेने वाली एक्सरसाइज भी करनी चाहिए। इससे आपका दिमाग शांत होगा।
2021 में जब मैं पहली बार चेन्नई सुपर किंग्स टीम में शामिल हुआ था तो उन्होंने मुझे शांत रहने के लिए सांस लेने की एक्सरसाइज बताई थी। मैं यह चीज तब से करता हुआ आ रहा हूं।
4- क्या यही चीज आप अपने युवा समय को भी बोलते?
हां क्यों नहीं। यह साला मैं अपने करियर के शुरुआती समय पर लाता। माही भाई ने मेरे को काफी कुछ बताया है और मैं उन पर आंख बंद करके भरोसा करता हूं।
5- आप किसे अपना आदर्श मानते हैं और ऐसा कौन सा खिलाड़ी था जो बचपन में आपके रूम के पोस्टर के रूप में था?
मुझे जितना याद है कि मुझे बाएं हाथ के बल्लेबाज काफी पसंद थे क्योंकि मैं भी बाएं हाथ का बल्लेबाज रहा हूं। बचपन ने मुझे एडम गिलक्रिस्ट, सौरव गांगुली, मैथ्यू हेडन और ब्रायन लारा बहुत पसंद थे। हालांकि जब मैंने तेज गेंदबाजी शुरू की तो मैं ब्रेट ली और डेल स्टेन की गेंदबाजी की वीडियो लगातार देखता था।
6- चेन्नई सुपर किंग्स की सीक्रेट रिसीप क्या है और आखिर क्यों सब लोग इस फ्रेंचाइजी की प्रशंसा करते हैं?
सबसे महत्वपूर्ण बात है चेन्नई सुपर किंग्स के पास महेंद्र सिंह धोनी है। जब धोनी ड्रेसिंग रूम में बैठे होते हैं तब कई खिलाड़ी काफी अलग हो जाते हैं और इसी वजह से चेन्नई जीतती है। अगर आप मैच हारते हैं तो भी ड्रेसिंग रूम का वातावरण ऐसा ही होता है और जब टीम जीतती है तो बड़ा सेलिब्रेशन नहीं होता है।
हम हमेशा अपने खेल को और बेहतर करने के बारे में बात करते हैं। क्रिकेट हमेशा टीम के सहारे जीता जाता है और धोनी भाई को सब की तारीफ करते हुए भी देखा जाता है।
7- मुश्किल परिस्थिति में आपके ऊपर भी काफी दबाव रहता है जब आप गेंदबाजी कर रहे होते हैं। उस समय आपकी क्या मानसिकता होती है?
सच बताऊं तो मुझे हमेशा ही दबाव अच्छा लगा है। मैं हमेशा ही मुश्किल ओवर फेंकना चाहता हूं। मैं हमेशा ही अपनी टीम की ओर से बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहता हूं। इसलिए मेरी सिर्फ यही मानसिकता होती है कि अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण ओवर फेकू और उनको जीत दिला सकूँ।
8- चेन्नई सुपर किंग्स के अलावा आप किस टीम की ओर से खेलना चाहते है
मैं सिर्फ चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से ही खेलना चाहता हूं। हालांकि इस फ्रेंचाइजी के अलावा मैं मुंबई इंडियंस की टीम से भी खेलना चाहूंगा क्योंकि यह मेरी होम टीम है।
9- रणजी ट्रॉफी में अपने मुंबई की ओर से शतक जड़ा है तो क्या आपको लगता है कि बल्ले से भी आप सामान्य योगदान दे सकते हैं?
मुझे ऐसा लगता है कि मैं बल्ले से भी सामान्य योगदान दे सकता हूं क्योंकि घरेलू क्रिकेट में मैंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की है। मुझे ज्यादातर नंबर 10 या नंबर 11 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता है और मुझे पता है कि इस क्रम में मैं ज्यादा कुछ हासिल नहीं कर सकता हूं। मैं यही चाहता हूं कि मुझे नंबर 8 या 7 पर बल्लेबाजी मिले।
10- आप इंडियन प्रीमियर लीग में सबसे पहले इंपैक्ट खिलाड़ी रहे हैं। कैसा लगा था जब अपने दूसरे खिलाड़ी की जगह ली थी?
सच बताऊं तो इंपैक्ट खिलाड़ी नियम मेरे ही पक्ष में गया था क्योंकि मुझे खेलने का मौका मिला था। पहले चार या पांच मैच में मैं इंपैक्ट खिलाड़ी था और मुझे अपना टैलेंट दिखाने का मौका भी मिला था। यह नियम मेरे लिए काफी अच्छा रहा है।
11- आपने टीम इंडिया के लिए टी20 में डेब्यू कर लिया है, तीनों ही फॉर्मेट में खेलने की आपकी क्या योजना है?
मेरा अगला लक्ष्य यही है कि मैं टीम इंडिया के लिए टेस्ट में खेलों और मुझे खुद अच्छा लगेगा अगर मैनेजमेंट मुझे तीनों ही फॉर्मेट में शामिल करें। मैं सभी फॉर्मेट में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं।
12- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क्या फर्क है?
आप हमेशा ही चाहते हैं की टीम इंडिया की ओर से खेल और जर्सी पहने। यही मेरा और मेरे परिवार वालों का सपना रहा है। जब मैंने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था तब सब पुरानी यादें मेरी आंखों के सामने आ रही थी। अपनी टीम के लिए खेलना हमेशा ही सम्मान की बात होती है।