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5 सबसे Unlucky क्रिकेटर, जो इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरुआती सफलता के बाद कहीं खो गए

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James Faulkner of Australia. (Photo by Ryan Pierse/Getty Images)

क्रिकेट की दुनिया में आपने कई स्टार्स की सफलता की कहानियां सुनी होंगी। सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिग, सनथ जयसूर्या, ब्रायन लारा, जैक कैलिस और शेन वार्न जैसे दिग्गजों ने इंटरनेशनल क्रिकेट में बहुत ही छोटी उम्र में कदम रखा, लेकिन अपने प्रदर्शन के दम पर दुनियाभर में नाम कमाया। इन खिलाड़ियों ने शुरुआती सफलता के बाद भी अपने प्रदर्शन को जारी रखा और एक विशेष वर्ग में अपनी पहचान बनाई।

वहीं कुछ खिलाड़ियों ने शुरुआती बुलंदी तो हासिल की, लेकिन अपने खराब प्रदर्शन और बेवजहों के विवादों के कारण गुमनामी के अंधेरे में चले गए। इस आर्टिकल में हम ऐसे की पांच खिलाड़ियों की बात करने वाले हैं।

5. विनोद कांबली

Vindo Kambli. (Photo by David Munden/Popperfoto/Getty Images)

 

इस लिस्ट में पांचवां नाम पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली का है। 1990 के दशक के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए विनोद कांबली का नाम बड़े खिलाड़ियों में शुमार था। 1993 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद उन्होंने अपने पहले सात मैचों में चार शतक बना डाले। उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया था।

हालांकि, विवादों के कारण 24 साल की उम्र में कांबली को भारतीय टेस्ट से ड्रॉप कर दिया गया था। अपने तीन साल के टेस्ट करियर में विनोद कांबली ने 17 टेस्ट की 21 पारियों में 1084 रन बनाए, जिसमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 2000 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। 2011 में कांबली ने क्रिकेट से संन्यास ले किया।

2011 में ही वह एक बार फिर विवादों में घिर गए थे, जब उन्होंने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान पूर्व साथियों पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया। कांबली ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कुछ साथियों के फिक्सिंग में शामिल होने के कारण ही भारत 1996 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार गया था।

4. कार्लोस ब्रैथवेट

Carlos Brathwaite. (Photo by Jan Kruger-IDI/IDI via Getty Images)

इस लिस्ट में वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर कार्लोस ब्रैथवेट चौथे नंबर पर हैं। यह कैरेबियाई स्टार 2016 टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी तूफानी बल्लेबाजी के कारण रातोंरात स्टार बन गया। ब्रैथवेट ने ईडन गार्डन्स में खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले में चार छक्के लगाकर टीम को चैंपियन बनाया।

उनके इसी प्रदर्शन के बाद फैन्स को उम्मीद थी कि वह वेस्टइंडीज क्रिकेट को और ऊचाइयों पर ले जाएंगे। 2019 तक उनका प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन इसके बाद उन्हें रन और विकेट के लिए जूझते देखा गया। जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। अगस्त 2019 में कार्लोस ब्रैथवेट ने क्वींस ओवल पार्क में भारत के खिलाफ आखिरी मुकाबला था। वह फिलहाल फ्रेंचाइजी क्रिकेट में एक्टिव हैं।

3. जेम्स फॉकनर

James Faulkner. (Photo Source: Getty Images)

ऑस्ट्रेलिआई ऑलराउंडर जेम्स फॉकनर लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। एक वक्त फॉकनर ऑस्ट्रेलियाई टीम का अहम हिस्सा हुआ करते थे। उनके शानदार खेल के दम पर कंगारू टीम ने लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में कई मुकाबले जीते। हालांकि, खराब प्रदर्शन के कारण वह टीम से बाहर हो गए। उन्होंने आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय मैच ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के दौरान वनडे सीरीज में खेला था।

ऑस्ट्रेलिया के 2015 वनडे विश्व कप जीत में जेम्स फॉकनर ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने गेंद से कमाल करते हुए छह मैच की छह पारियों में 10 विकेट चटकाए थे। 2017 के बाद चोटों और खराब प्रदर्शन की वजह से वह अंतरराष्ट्रीय में वापसी नहीं कर सके हैं। 2022 में पीसीबी के साथ भुगतान को लेकर उन्होंने पीएसएल छोड़ दिया था।

2. एस श्रीसंत

S Sreesanth. (Photo Source: Twitter)

इस लिस्ट में दूसरा नाम पूर्व भारतीय क्रिकेटर एस श्रीसंत का है। श्रीसंत ने 2005 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान राहुल द्रविड़ थे। आरपी सिंह, मुनाफ पटेल और वीआरवी सिंह जैसे तेज गेंदबाजों के बीच श्रीसंत ने भारतीय क्रिकेट में अपना लोहा मनवाया।

मार्च 2006 में श्रीसंत ने इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 95 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। वह 2007 टी-20 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे। इसके बाद श्रीसंत ने वनडे में शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, 2008 में उनका प्रदर्शन गिरता चला गया।

2011 वनडे विश्व कप में श्रीसंत खेले, लेकिन यह साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके लिए आखिरी साल साबित हुआ। श्रीसंत को आईपीएल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।

इस घटना के छह साल बाद 2019 में भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने तेज गेंदबाज के निलंबन पर पुनर्विचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद उनके प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया।

1. उमर अकमल

Umar Akmal of Pakistan. (Photo by Francois Nel/Getty Images)

पाकिस्तान बल्लेबाज उमर इस लिस्ट में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 2009 में अपने करियर की शुरुआत की और इसी साल खेल के तीनों प्रारूप में पाकिस्तान के लिए डेब्यू किया। वह कुछ सालों तक पाकिस्तान टीम का अहम हिस्सा रहे। 2011 में वह पाकिस्तान के लिए तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहें। उमर ने 8 साल तक लगातार पाकिस्तान क्रिकेट की सेवा की।

हालांकि, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी से पहले उन्हें खराब फिटनेस का हवाला देकर टीम से बाहर कर दिया गया। वह अगले दो साल तक और टीम से बाहर रहें। 2019 विश्व कप से पहले उमर अकमल ने पाकिस्तान के लिए पांच वनडे मैच खेले, लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड में आयोजित इस बड़े टूर्नामेंट के लिए उन्हें टीम में नहीं चुना गया।

2019 अक्टूबर में सेलेक्टर ने उमर को श्रीलंका के खिलाफ टी-20 घरेलू सीरीज के लिए टीम में चुना, लेकिन वह दो मैचों में खाता नहीं खोल सके। वहीं पाकिस्तान सुपर लीग के 2020 संस्करण से पहले सटोरियों द्वारा संपर्क किए जाने की सूचना नहीं देने के कारण डेढ़ साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था।

 

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