Dinesh Karthik (Photo Source: Getty Images)
आईपीएल 2024 में दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हुए नजर आ रहे हैं। यह सीजन दिनेश कार्तिक के आईपीएल करियर का आखिरी सीजन है। दिनेश कार्तिक आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, किंग्स इलेवन पंजाब, मुंबई इंडियंस, गुजरात लॉयन्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा भी रह चुके हैं। दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) 2012-13 में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे, 2013 में जब मुंबई इंडियंस ने ट्रॉफी जीती थी, तब वह विनिंग टीम का हिस्सा थे।
कार्तिक ने हाल ही में आईपीएल की सबसे सफल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के ecosystem को लेकर बात करते हुए बड़ा बयान दिया है। साथ ही कार्तिक ने यह भी बताया कि वो कौन सी खास बात है जो मुंबई इंडियंस को बाकियों से खास फ्रेंचाइजी बनाती है।
वो आपको सब कुछ देंगे- Dinesh Karthik
रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब शो पर दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने बात करते हुए बताया कि, मुंबई इंडियंस अपने खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधाएं प्रदान करती है, जो उन्हें बाकी फ्रेंचाइजियों से अलग और खास बनाती है। दिनेश कार्तिक ने कहा, ‘जब भी आप अपने खेल को बेहतर बनाना चाहते हैं तो MI प्रैक्टिस और कोच तक पहुंच के संदर्भ में सुविधाएं प्रदान करती है। वे हमेशा वहां मौजूद रहते हैं, और आपको सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के लिए पूरी तरह से मदद करते हैं।’
कार्तिक ने आगे कहा, ‘आप MI को बता सकते हैं कि रणजी ट्रॉफी मैचों के बीच, मैं अभ्यास करना चाहता हूं। उनके पास ग्राउंड है, उनके पास कोच हैं, उनके पास गेंदें हैं और गेंदबाज भी हैं। वे आपको सब कुछ देंगे, वे रहने की सुविधा देंगे, वे आपको फ्लाइट टिकट तक देंगे।’
Dinesh Karthik talking about the Mumbai Indians ecosystem. (Ashwin YT).
– One of the greatest franchises for a reason! 💥 pic.twitter.com/2e73RulGUS
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) April 8, 2024
मैं 2013 में रिटेन नहीं होना चाहता था- दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने आगे यह भी खुलासा किया कि उन्हें अब तक इस बात का पछतावा है कि 2013 में वह मुंबई इंडियंस के लिए रिटेन नहीं होना चाहते थे। दिनेश कार्तिक ने अश्विन के यूट्यूब शो पर आगे बात करते हुए कहा, ‘मुझे अपने क्रिकेट करियर में ज्यादा पछतावा नहीं है – एक तो यह कि मैं 2013 में रिटेन नहीं होना चाहता था, MI वास्तव में मुझे आगे बढ़ने और एक बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद कर सकता था। और दूसरा यह कि मैं सीएसके का हिस्सा नहीं बन सका। लेकिन मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं क्योंकि उन्होंने हर बार मेरे लिए बोली लगाई।’