Gautam Gambhir talks with Yuvraj Singh. (Photo by DIBYANGSHU SARKAR/AFP/Getty Images)
भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के 2011 वर्ल्ड कप विनिंग अभियान को लेकर बोलते हुए हैरान करने वाला बयान दिया है। गंभीर ने बताया कि पूर्व स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह को टीम इंडिया को वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने में मदद करने के लिए उचित श्रेय नहीं दिया गया। मीडिया ने उनके बजाय एमएस धोनी के खिताब जीतने वाले छक्के पर ध्यान केंद्रित किया।
आपको बता दें कि, गंभीर और धोनी ने अप्रैल 2011 में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की जीत में बल्ले से अहम योगदान दिया उसी वजह से भारत 28 साल बाद खिताब जीतने में कामयाब रहा।हालांकि, गंभीर ने भारत के अभियान पर विचार किया और कहा कि युवराज, जहीर खान, सुरेश रैना और मुनाफ पटेल सहित अन्य ने खिताब जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ल्ड कप 2011 की जीत के लिए हम युवराज सिंह को क्रेडिट नहीं देते हैं- गौतम गंभीर
रेवस्पोर्ट्ज़ से बात करते हुए गंभीर ने कहा कि, “हमने 2011 विश्व कप के लिए युवराज को पर्याप्त श्रेय नहीं दिया। यहां तक कि जहीर खान, सुरेश रैना और मुनाफ पटेल को भी। सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, लेकिन क्या हम उसके बारे में बात करते हैं? मीडिया उस एमएस धोनी के छक्के के बारे में बात करता रहता है। आप टीम को भूल गए हैं।”
उस वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने 9 मैचों में 15 विकेट लिए और 362 रन बनाए और उनके इस ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा, तेज गेंदबाज जहीर खान नौ मैचों में 21 विकेट के साथ टूर्नामेंट में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
विश्व कप फाइनल की बात करें तो वहां गंभीर ने 122 गेंदों में 97 रन बनाकर टीम इंडिया को जीत दिलाने में मदद की, जिसमें नौ चौके शामिल थे। शतक से चूकने को लेकर गंभीर ने कहा कि उन्होंने आंकड़ों के बारे में ज्यादा नहीं सोचा और इसके बजाय इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि उनकी पारी से उनकी टीम को कैसे जीत मिलेगी