Syed Kirmani. (Image Source: Twitter)
भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव की जिम्बाब्वे के खिलाफ 1983 ODI वर्ल्ड कप के एक मैच के दौरान नाबाद 175 रनों की पारी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ पारियों में गिना जाता है। 140/8 पर फिसलने से पहले भारत 17/5 पर और फिर 77/6 पर सीमट गया था, लेकिन महान ऑलराउंडर ने शानदार प्रदर्शन कर टीम की जीत की उम्मीदों को बरकरा रखा था।
कपिल देव ने नाबाद 175 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, और साथ ही सैयद किरमानी के साथ 126 रनों की साझेदारी कर भारत को 266 का टोटल पोस्ट करने में मदद की, जिसे टीम ने मदन लाल (तीन विकेट) के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के बदौलत सफलतापूर्व डिफेंड किया था। अंत में भारत ने 1983 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा था। इस बीच, पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज सैयद किरमानी ने इस मैच को लेकर एक मजेदार किस्से का खुलासा किया है।
सैयद किरमानी ने 1983 के वर्ल्ड कप की मजेदार घटना याद की
सैयद किरमानी ने स्टार स्पोर्ट्स के हवाले से कहा, “मुझे कभी भी ऑलराउंडर के तौर पर नहीं देखा गया, इसलिए मुझे निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता था, नतीजन मेरे सामने सात ऑलराउंडर थे। जिम्बाब्वे के खिलाफ कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, तो मैं निश्चिंत था क्योंकि मेरी बारी आने में काफी समय बाकी था।
मैं नहाने और नाश्ते के लिए तैयार हो रहा था। मैंने तौलिया लपेटा हुआ था और फिर अचानक, बाहर से कोई चिल्लाया ‘पैड अप, किरी!’। मुझे लगा कि वे मेरी टांग खींच रहे हैं, इसलिए मैंने नजरअंदाज कर दिया। लेकिन फिर वे फिर चिल्लाए, और फिर मैंने खिड़की के बाहर स्कोरबोर्ड पर देखा, तो हमारा स्कोर 17/5 था।
उसके बाद मैंने जो तौलिया पहना हुआ था, वह फिसल गया। मुझे याद नहीं है कि मैंने नाश्ता किया या नहीं और जल्दी-जल्दी मैं पैड लगाकर कपिल देव का साथ देने के लिए निकल गया। वह नॉकआउट मैच में टीम के प्रदर्शन से निराश था। लेकिन मैंने उस मैच उन्होंने जो तूफानी पारी खेली, वैसे पारी कभी नहीं देखी।”