Smriti Mandhana. (Photo by Chris Hyde/Getty Images)
भारतीय महिला टीम ने अभी तक लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और कई लोगों का दिल जीता है। सभी खिलाड़ियों ने लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी है। हालांकि, जब बात टेस्ट क्रिकेट की होती है तब टीम के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि भारतीय महिला टीम ने अभी तक ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले हैं।
हाल ही में भारतीय महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ अपने ही घर में तीन मैच की टी-20 सीरीज में 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। अब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मुकाबला खेलना है जो मुंबई में होगा और इसकी शुरुआत 14 दिसंबर से हो रही है। हालांकि इस टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के उपकप्तान स्मृति मंधाना ने टेस्ट प्रारूप को लेकर बड़ा बयान दिया है।
स्मृति मंधाना के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट इतना आसान नहीं है और जब खिलाड़ियों को लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट से टेस्ट क्रिकेट में स्विच करना पड़ता है तब उन्हें फिजिकल और मानसिक रूप से पूरी तरह से अपने आपको बदलना पड़ता है।
स्मृति मंधाना ने नवी मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ‘टेस्ट प्रारूप में शारीरिक और मानसिक दोनों पहलुओं की जरूरत होती है। हमारा शरीर जो है उसे लगातार चार दिन क्रिकेट खेलने की आदत नहीं है क्योंकि हम आमतौर पर टी-20 और वनडे क्रिकेट खेलने के आदी हैं। जब हमें लगातार दो टी-20 मैच खेलने होते हैं तब हम मानसिक रूप से तैयार होते हैं लेकिन लगातार चार दिन क्रिकेट खेलने उसके लिए हमें फिजिकल रूप से भी तैयार रहना चाहिए और हर गेंद पर फोकस करना चाहिए।’
एकमात्र टेस्ट टीम के लिए भारतीय टीम है पूरी तरह से तैयार
बता दें, इस एकमात्र टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम की कप्तानी हरमनप्रीत कौर कर रही है। भले ही भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज अपने नाम ना कर पाई हो लेकिन इस एकमात्र टेस्ट मैच को वो जरूर अपने नाम करना चाहेंगी।
इंग्लैंड की बात की जाए तो हीथर नाइट की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन अभी तक टेस्ट प्रारूप में काफी अच्छा रहा है और भारत के खिलाफ भी वो अपने फॉर्म को आगे जारी रखना चाहेंगे।