19 वर्षीय मुशीर खान ने दलीप ट्रॉफी 2024 के शुरुआती दौर में भारत बी को मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी 181 रन की पारी ने न केवल उनकी टीम को संकट से बाहर निकाला बल्कि ये भी बता दिया कि वो आने वाले समय में भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक होंगे। इसी बीच मुंबई में जन्मे इस खिलाड़ी ने बड़ी पारी खेलने का सारा क्रेडिट अपने पिता नौशाद खान को दिया।
यशस्वी जयसवाल और सरफराज खान जैसे सितारों से सजी इंडिया बी की बैटिंग लाइनअप भारत ए के अनुशासित गेंदबाजी लड़खड़ा गई। मैच के पहले दिन एक वक्त तक टीम का स्कोर 94/7 हो गया था। खलील अहमद, आकाश दीप और अवेश खान की पेस तिकड़ी ने गेंद से कहर बरपाया था, जिससे इंडिया बी की टीम बैकफुट पर आ गई थी।
लेकिन वहीं पर सरफराज के भाई मुशीर उस मौके पर खड़े हुए जब उनकी टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। उन्होंने कठिन समय के दौरान पारी को संभाला, खासकर दूसरे सत्र में जहां इंडिया बी ने जल्द ही पांच विकेट खो दिए थे।
मुशीर खान ने अपने पिता को दिया शतकीय पारी का श्रेय
मुशीर खान ने Cricket.com के हवाले से कहा कि, “हमारे पिता ने हमें बड़ा स्कोर बनाने के लिए तैयार किया है, हमारे लिए, हमारा शतक 150 से शुरू होता है। उन्होंने हमें उस माइलस्टोन तक पहुंचने के बाद अपने शॉट्स खेलने के लिए कहा था। हमें पूरा दिन खेलना होगा, विकेट पर टिके रहना होगा और हम रनों के लिए बहुत भूखे हैं।”
नवदीप सैनी ने मुशीर खान का अच्छा साथ निभाया. नवदीप सैनी ने 144 गेंदों पर 56 रनों की बेहतरीन पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 8 चौके और 1 छक्का लगाया। इंडिया-बी के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 59 गेंदों पर 30 रन बनाए लेकिन इसके अलावा इंडिया-बी का कोई बल्लेबाज पचास रनों का आंकड़ा पार नहीं कर सका। इंडिया-ए के गेंदबाजों की बात करें तो आकाश दीप सबसे कामयाब गेंदबाज रहे।
आकाश दीप ने 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। इसके अलावा खलील अहमद और आवेश खान को 2-2 विकेट मिले। वहीं कुलदीप यादव ने मुशीर खान का कीमती विकेट हासिल किया।