उसके बाद आखिरी ओवर में 6 रन चाहिए थे। उस वक्त कप्तान सूर्यकुमार यादव ने खुद गेंदबाजी की थी। उन्होंने सिर्फ 5 रन दिए और दो विकेट लिए थे। मैच सुपर ओवर में चला गया। श्रीलंका इसमें कुछ खास नहीं कर सका और बस 2 रन बनाए। वहीं, पहली ही गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने चौका जड़ सुपर ओवर जीत लिया।
मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने रिंकू सिंह को 19वां ओवर देने के पीछे की वजह बताई
श्रीलंका को भारत के खिलाफ जीत के लिए 12 गेंद और सिर्फ 9 रन चाहिए थे। इसमें शुरुआती ओवर फेंकने वाले भारत के सबसे अहम गेंदबाज मोहम्मद सिराज का ओवर भी बचा हुआ था। फिर भी सूर्यकुमार ने 19वें ओवर में रिंकू सिंह को गेंदबाजी करने का फैसला किया और यह बेहद अहम ओवर था जो मैच का रुख पलट सकता था।
दरअसल ये जोखिम सूर्यकुमार ने उठाया था। अगर मैच हार जाते तो सारा दोष सूर्यकुमार पर आ सकता था। लेकिन पिछले कई मैचों में देखा गया है कि इतने संघर्ष के बाद इस मुकाम तक पहुंचने वाले सूर्यकुमार यादव हार मानने वालों में से नहीं हैं। सूर्यकुमार ने रिंकू को गेंद सौंपी और इस फैसले को उन्होंने सही भी ठहराया।
सूर्यकुमार ने सोनी स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा-
“यह तय करना आसान है कि 20वां ओवर कौन फेंकेगा। लेकिन 19वें ओवर को लेकर फैसला करना मुश्किल था। सिराज और अन्य गेंदबाजों के ओवर बचे थे। लेकिन मुझे लगा कि रिंकू सिंह विकेट के लिए उपयुक्त गेंदबाज होंगे। उन्होंने नेट पर भी अच्छा अभ्यास किया था। वह हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते हैं। पिच और स्थिति को देखते हुए उन्हें गेंद सौंपना ज्यादा उचित था। इसलिए मैंने यह फैसला लिया।”
आशीष नेहरा ने पूछा कि आपने 20वां ओवर फेंकने के बजाय 19वां ओवर क्यों नहीं डाला? इसपर उन्होंने कहा- “अब तक मैंने देखा है कि 19वां ओवर हमेशा महत्वपूर्ण और उतना ही कठिन रहा है। इसलिए मैंने रिंकू को यह जिम्मेदारी दी। दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए बाएं हाथ से गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल होता है। लेकिन रिंकू ने अपना पूरा कौशल लगाया और मेरा लिए काम आसान कर दिया।”