(Photo Source: BCCI)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और दिवंगत शेन वॉर्न ने अपने देश के साथ-साथ दुनिया के बाकी हिस्सों में कई उभरते स्पिनरों की मदद की थी। साल 2022 में उनका निधन हो गया था। इस बीच हाल ही में अनुभवी भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने दिग्गज शेन वॉर्न के साथ हुई बातचीत को याद किया, जिसने उनके करियर पर बहुत बड़ा प्रभाव डाला।
पीयूष चावला की बात करें तो उन्होंने साल 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) का प्रतिनिधित्व किया था। तब वह सिर्फ 19 साल के थे। उस समय भारत में टी20 प्रारूप नया था, और अन्य लोगों की तरह चावला भी टी20 क्रिकेट के फॉर्मेट और गेमप्ले को समझने की कोशिश कर रहे थे।
बता दें कि, उन्होंने 2007 में उत्तर प्रदेश के लिए अपना टी20 डेब्यू किया था, जहां उन्होंने 3-23 के प्रभावशाली आंकड़े दर्ज किए थे। हालांकि, करियर के शुरुआत में उन्हें बड़े लीगों में संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ आईपीएल के अपने पहले दो मैचों में ही तीन ओवरों में 50 रन दिए थे।
2 स्लॉगर्स पॉडकास्ट पर बोलते हुए पीयूष चावला ने बयान दिया
“हमारा पहला मैच CSK के खिलाफ था और उन्होंने 230 से ज्यादा रन बनाए थे। मैंने एक ओवर फेंका और 20 रन लुटा दिए। इसलिए मुझे बस एक ओवर मिला। मैंने सोचा ‘कोई बात नहीं। जो हो गया सो हो गया’। उसके बाद हम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ दूसरे मैच के लिए जयपुर पहुंचे। हमने पहले बल्लेबाजी की और मैंने 11-12 गेंदों पर 24 रन बनाए। जब मैं गेंदबाजी करने आया, तो मैंने 2 ओवर में 30 रन दे दिए। उसके बाद मैं अपने कमरे में गया और सोचा ‘यह टी20 क्रिकेट मेरे बस की बात नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैच के बाद युवराज आए और उन्होंने मुझे महान शेन वॉर्न से मिलवाया। मैं उनके कमरे में गया और बोलना शुरू किया। मैं अंग्रेजी नहीं बोल पा रहा था और वह ज्यादा समझ नहीं पा रहे थे। लेकिन जो थोड़ा-बहुत समझ में आया, उन्होंने समझा। 40 मिनट के बाद मैं उनके कमरे से बाहर आया और मैं मजाक नहीं कर रहा, मुझे लगा कि मुझसे बेहतर कोई गेंदबाज नहीं है। उन्होंने मुझसे बहुत सारी बातें कहीं और मुझे क्रिकेट के बारे में छोटी-छोटी बातें समझाईं।”
पीयूष चावला ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ अगले मैच में 2- 16 के आंकड़े दर्ज किए
शेन वॉर्न की बातों से प्रेरित होकर चावला टीम के उस भरोसे पर खरा उतरे, जो उन्होंने उन पर दिखाया था। उन्होंने मोहाली में मुंबई इंडियंस (MI) पर किंग्स इलेवन पंजाब की शानदार जीत में सिर्फ 16 रन देकर दो विकेट चटकाए। इसके बाद चावला ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आईपीएल इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक बन गए।