SLC President Shammi Silva. (Image Source: Twitter)
श्रीलंका क्रिकेट (SLC) बोर्ड के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है, क्योंकि SLC अध्यक्ष शम्मी सिल्वा द्वारा हालिया बदलावों को चुनौती देने के बाद श्रीलंका की अपील अदालत ने बोर्ड के अधिकारियों को दो सप्ताह के लिए दोबारा उनके पदों पर काम करने की इजाजत दे दी है।
दरअसल, श्रीलंका के खेल मंत्री रोशन रणसिंघा ने 6 नवंबर को जारी आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में भारत के खिलाफ राष्ट्रीय टीम की 302 रनों की शर्मनाक हार के बाद पूरे श्रीलंका क्रिकेट (SLC) बोर्ड को बर्खास्त कर दिया था। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि रोशन रणसिंघा ने कथित तौर पर एक अंतरिम समिति का गठन किया था, और 1996 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा को SLC का नया अध्यक्ष चुना था।
SLC को कोर्ट ने दी बड़ी राहत
हालांकि, श्रीलंका की अपील अदालत ने आज 7 नवंबर को एक अंतरिम आदेश जारी कर खेल मंत्री द्वारा नवगठित समिति को सस्पैंड कर दिया है। दरअसल, SLC के अध्यक्ष शम्मी सिल्वा रोशन रणसिंघा के फैसले के खिलाफ अपील अदालत में गए और अदालत ने खेल मंत्री के खिलाफ फैसला सुनाया।
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लेकिन यह आदेश केवल 14 दिनों के लिए वैध है, जबकि पूरी सुनवाई बाद में की जाएगी। अदालत के एक अधिकारी ने कहा, “SLC को फिर से काम करने की इजाजत केवल दो सप्ताह के लिए दी गई है, तब तक जब अदालत मामले की दोबारा सुनवाई करेगी।”
श्रीलंका के राष्ट्रपति इस मुद्दे से थे अनजान
इस बीच, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कथित तौर पर पूरे SLC को बर्खास्त करने और अर्जुन रणतुंगा की अध्यक्षता में अंतरिम समिति नियुक्त करने के बाद रोशन रणसिंघा को चेतावनी जारी की।
डेली मिरर के अनुसार, श्रीलंकाई राष्ट्रपति को SLC के निलंबन और अंतरिम समिति के गठन के बारे में समाचार के माध्यम से पता चला। जिसके बाद राष्ट्रपति ने खेल मंत्री को चेतावनी दी कि SLC का राजनीतिकरण करने से श्रीलंका को अपनी ICC सदस्यता खोनी पड़ सकती है।