Virat Kohli (Pic Source-X)
भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने साल 2012 के एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 183 रनों की मैच विनिंग पारी खेली थी। यह उनका वनडे फॉर्मेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। विराट कोहली ने यह पारी ढाका में खेली थी जहां गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है।
बता दें कि, पाकिस्तान ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 329 रन बनाए थे। इस मुकाबले में पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद दोनों ने ही अपनी टीम के लिए तूफानी शतक जड़ा था। उस समय टीम इंडिया ने वनडे में इतना बड़ा स्कोर कभी भी चेज नहीं किया था। उससे भी निराशाजनक बात यह थी की टीम इंडिया की शुरुआत इतनी अच्छी नहीं हुई थी और गौतम गंभीर दूसरी गेंद पर ही मोहम्मद हफीज को अपना विकेट दे बैठे थे।
हालांकि इसके बाद विराट कोहली बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की। सचिन तेंदुलकर ने अर्धशतक जड़ अपना विकेट पाकिस्तान को तोहफे के रूप में दे दिया था। सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद विराट कोहली ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर मिडिल ओवर में आक्रामक बल्लेबाजी की। इन दोनों ने ही लगातार आक्रामक शॉट्स खेले और पाकिस्तान के गेंदबाजों के ऊपर दबाव डाला।
भले ही विराट कोहली अपनी टीम को ओर से विनिंग रन ना जड़ पाए हो लेकिन उन्होंने टीम इंडिया के लिए 183 रनों की मैच विनिंग पारी खेली। मैच खत्म होने के बाद मिस्बाह उल हक ने मैच प्रेजेंटेशन के दौरान विराट कोहली की पारी की जमकर प्रशंसा की।
विराट कोहली की बल्लेबाजी के फैन हो गए थे मिस्बाह उल हक
मिस्बाह उल हक ने कहा कि, ‘सबसे पहली बात उनको क्रेडिट जाता है। 329 रनों का लक्ष्य चेज करना बहुत ही मुश्किल था क्योंकि यहां की परिस्थिति भी इतनी अच्छी नहीं थी। जिस तरीके से उन्होंने बल्लेबाजी की हम सब हैरान रह गए। मेरे हिसाब से 329 रनों का लक्ष्य खराब नहीं था। जब आप 350 से 370 रनों का स्कोर बनाने की कोशिश करते हैं तो 329 भी काफी मुश्किल लगता है। जिस तरीके की हमारी गेंदबाजी थी हम लोगों का टारगेट 325 से 330 रन का था। मुझे लगता है कि यह टोटल काफी अच्छा था लेकिन जिस तरीके से उन्होंने खेला उसे देखकर सभी लोग हैरान रह गए।’
अपनी 183 रनों की ऐतिहासिक पारी को लेकर विराट कोहली ने कहा था कि, ‘मैं अभी भी यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि वहां क्या हुआ है। मैं बहुत ही खुश हूं। हम 15 से 20 रनों का तीन से चार ओवर तक इंतजार कर रहे थे। मैं रोहित शर्मा का बहुत बड़ा फैन हूं और उनको बल्लेबाजी करते हुए देखना मुझे पसंद है। मैं अपनी इस पारी को होबार्ट की तरह ही रेट करूंगा। 330 रनों के लक्ष्य को हासिल करना इस गेंदबाजी में सच में काफी अच्छी बात है।’