Rohit Sharma & Virat Kohli (Photo Source: Getty Images)
Harbhajan singh on Virat kohli & Rohit Sharma: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा के फ्यूचर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि ये दोनों खिलाड़ी कब तक क्रिकेट खेल सकते हैं। भज्जी का मानना है कि, विराट कोहली अपनी बेहतरीन फिटनेस के साथ अगले पांच साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकते हैं। जबकि टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान रोहित शर्मा भी आराम से अगले दो साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेल सकते हैं।
आपको बता दें कि जून 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया है। इसके बाद अब ये दोनों प्लेयर्स सिर्फ टेस्ट और वनडे में खेलते हुए दिखेंगे। आज के समय के इंटरनेशनल क्रिकेट में टी-20 मैचों की संख्यां अधिक होती है, ऐसे में विराट और रोहित अपनी क्रिकेटिंग करियर को और लंबा कर सकते हैं।
रोहित शर्मा और विराट कोहली को लेकर हरभजन सिंह ने दिया बड़ा बयान
हरभजन सिंह ने TOI के हवाले से कहा कि, ‘‘रोहित आसानी से दो साल और खेल सकते हैं। आप विराट कोहली की फिटनेस की तुलना किसी और से नहीं कर सकते हैं। आप उन्हें आसानी से पांच साल तक खेलते हुए देख सकते हैं। वह शायद टीम में सबसे फिट खिलाड़ी हैं। आप किसी भी 19 साल के युवा को फिटनेस के मामले में विराट को टक्कर देने के लिए कह सकते हैं और विराट उसे हरा देंगे। वह इतने फिट हैं। मेरा मानना है कि विराट और रोहित में अभी काफी क्रिकेट बाकी है और यह पूरी तरह उन पर निर्भर है कि वे कब तक खेलना चाहते हैं।’’
हरभजन सिंह ने आगे कहा, ‘‘ये दोनों अगर फिट रहे और अपने प्रदर्शन से टीम की जीत में योगदान देते रहे तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए।’’ हरभजन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है जहां टीम को इन दोनों की जरूरत होगी। उन्होंने कहा, ‘‘लाल गेंद प्रारूप में आपको वास्तव में इन दोनों खिलाड़ियों की जरूरत है। आपको सभी प्रारूपों में अनुभव की आवश्यकता है चाहे वह सीमित ओवरों का क्रिकेट हो या टेस्ट क्रिकेट। आपको आने वाली प्रतिभा को निखारने के लिए अनुभवी क्रिकेटरों की जरूरत है।’’
हरभजन ने साथ ही यह भी कहा कि अगर कोई खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो उसे टीम से बाहर कर देना चाहिए। भज्जी ने कहा, ‘‘चयनकर्ताओं को यह देखने की जरूरत है कि कौन सा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। उसे टीम से बाहर किया जाना चाहिए, चाहे वह सीनियर हो या जूनियर।’’