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‘रुई में लपेटकर नहीं रख सकते…’- मयंक यादव को लेकर पूर्व गेंदबाजी कोच ने दी BCCI को अहम सलाह

‘रुई में लपेटकर नहीं रख सकते…’- मयंक यादव को लेकर पूर्व गेंदबाजी कोच ने दी BCCI को अहम सलाह

‘रुई में लपेटकर नहीं रख सकते…’- मयंक यादव को लेकर पूर्व गेंदबाजी कोच ने दी BCCI को अहम सलाह

Mayank Yadav (Photo Source: IPL/BCCI)

Paras Mhambrey on Mayank Yadav: IPL 2024 में मयंक यादव ने अपने रफ्तार भरी गेंदबाजी से सनसनी मचाई थी। लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज मयंक ने आईपीएल 2024 में केवल चार मैच ही खेले थे। इन चार मैचों में मयंक ने इस साल आईपीएल इतिहास की चौथी सबसे तेज गेंद फेंकी थी। उन्होंने लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की थी और 6.99 की इकोनॉमी रेट से 7 विकेट झटके थे।

उनकी पेस बॉलिंग को देखने के बाद क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने मयंक को टीम इंडिया में शामिल किए जाने की बात कही थी। लेकिन, आईपीएल 2024 में लगी चोट के बाद से ही मयंक क्रिकेट से दूर हैं और वापसी के लिए लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अब उनको लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने बड़ी बात कही है।

मयंक यादव को लेकर पारस महाम्ब्रे ने दिया बड़ा बयान

भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे का मानना ​​है कि बीसीसीआई के लिए समय आ गया है कि वह मयंक को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में उतारे, खासकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में। पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, “मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि अगर वह तैयार नहीं है, तो उसे मत खिलाओ। यह वह उम्र है, जब उसे गेंदबाजी करनी चाहिए। आप जितना अधिक गेंदबाजी करेंगे, उतना ही आपका नियंत्रण होगा, आपको पता चलेगा कि आपका शरीर कितना गेंदबाजी कर सकता है।

आप उसे यह कहकर नहीं रोक सकते कि वह चोटिल हो जाएगा। हम उसे जरूरत से ज्यादा गेंदबाजी नहीं करवा सकते और उसे थका नहीं सकते, लेकिन हमें इस बारे में समझदारी से काम लेना होगा कि उसे कितनी गेंदबाजी करनी चाहिए। एक तेज गेंदबाज के तौर पर उसे प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने की जरूरत है।”

म्हाम्ब्रे ने आगे कहा, “जब आप एक सीजन खेलते हैं, तो आप अपनी गेंदबाजी को समझते हैं। आप अलग-अलग परिस्थितियों में गेंदबाजी करते हैं। शारीरिक रूप से, खेल के विभिन्न चरणों में आपकी परीक्षा होगी। कभी-कभी, आपको छह सत्रों तक मैदान पर रहना होगा। और अंतिम सत्र में उसी तीव्रता के साथ गेंदबाजी करने में सक्षम होने से आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने पर आत्मविश्वास मिलेगा। मुझे दृढ़ता से लगता है कि मयंक को घरेलू सीजन में कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।

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