Zaka Ashraf. (Image Source: Twitter)
पिछले हफ्ते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए चेयरमैन जका अशरफ को नियुक्त किया गया है। जबसे उन्होंने इस पद को संभाला है तब से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में काफी बदलाव होने की उम्मीद की जा रही है। ऐसी रिपोर्ट भी सामने आ रही है कि जका अशरफ बहुत जल्द भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह के साथ बैठक करेंगे ताकि दोनों देशों के बीच विश्वास और बढ़ सके और जब भी दोनों देशों को एक दूसरे के यहां यात्रा करनी हो तब उन्हें किसी भी तरह की चिंता ना हो।
हालांकि इन रिपोर्ट के अलावा ऐसी कई चीजें हैं जो पाकिस्तान क्रिकेट में खराब होती जा रही है। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्रेंचाइजी सुपर लीग की फ्रेंचाइजियों ने जका अशरफ के बाहर रहने के दौरान आपात बैठक करने का फैसला किया है।
रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान सुपर लीग की सभी फ्रेंचाइजियों ने यह बैठक आज यानी 13 जुलाई को की। यह बैठक इसलिए की गई है क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनका बकाया अभी तक नहीं बताया है। बोर्ड के लिए यह बहुत ही बड़ी बात हो सकती है क्योंकि पाकिस्तान सुपर लीग का जो स्तर है वो इंडियन प्रीमियर लीग जितना नहीं है और अगर उन्हें इस टूर्नामेंट को वहां तक पहुंचाना है तो चीजों को सही करना बेहद जरूरी है।
पाकिस्तान सुपर लीग की फ्रेंचाइजियों को पर्याप्त राशि का हिस्सा नहीं दिया गया है
PCB ने यह दावा किया कि उन्होंने राजस्व में 5 बिलियन PKR (147 करोड़ रुपये) उत्पन्न किए थे। हालांकि, इस पर्याप्त राशि में से हिस्सा छह PSL फ्रेंचाइजियों को नहीं दिया गया है। अनुबंध के अनुसार, PCB और PSL टीमों के बीच ‘5-95’ लाभ-साझाकरण मॉडल है। दूसरे शब्दों में, PSL फ्रेंचाइजी लाभ के हिस्से का 95% अर्जित करेगी, और 5% पीसीबी द्वारा रखा जाएगा।
क्रिकेट पाकिस्तान के एक प्रवक्ता के अनुसार, इस आयोजन ने कुल 5.62 बिलियन पाकिस्तानी रुपये (लगभग 166 करोड़ रुपये) कमाए। कुल फ्रेंचाइजी का हिस्सा 5,046,776,989 पाकिस्तानी रुपये (लगभग 149 करोड़ रुपये) है, जबकि PCB का हिस्सा 582,534,480 पाकिस्तानी रुपये (लगभग 17 करोड़ रुपये) है।
रिपोर्ट की मानें तो फ्रेंचाइजी के मालिक इस चीज से बिल्कुल भी खुश नहीं है जिस तरीके से बोर्ड PSL को चला रहा है। उन्हें जका अशरफ के साथ बातचीत करनी है और अपने मुद्दों को उनको बताना है।
इस समय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन दक्षिण अफ्रीका में ICC मीटिंग में है और जैसे ही वो आएंगे सभी छह फ्रेंचाइजी उनसे मीटिंग करना चाहती हैं। समझौते के अनुसार, लाभ का 50% 5 जुलाई तक फ्रेंचाइजी के पास पहुंच जाना चाहिए था। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और इसी वजह से फ्रेंचाइजियों ने आज यानी 13 जुलाई को बैठक की।