भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के भीतर कथित विवाद और प्लेयर्स के बीच होने वाले मतभेद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। सिडनी में पांचवें और अंतिम टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने मौजूदा स्थिति को लेकर बात की। उन्होंने ये भी बताया कि टीम में एकता होना कितना जरूरी है साथ ही कहा कि ड्रेसिंग रूम में अंदर की बात अंदर ही रहनी चाहिए।
ड्रेसिंग रूम की बातें ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिए- Gautam Gambhir
मैच से एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब इन रिपोर्ट्स को लेकर गौतम गंभीर से सवाल किए गए तो उन्होंने कहा, “खिलाड़ी और कोच के बीच की बहस उनके बीच ही रहनी चाहिए। ड्रेसिंग रूम में होने वाली कोई भी बातचीत ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “ये सिर्फ रिपोर्ट हैं, सच्चाई नहीं, मुझे किसी रिपोर्ट पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। ईमानदारी महत्वपूर्ण है, हम आगे बढ़ना चाहते हैं और कुछ बेहतरीन चीजें हासिल करना चाहते हैं।”
गौतम गंभीर ने साथ ही कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट तब तक सुरक्षित हाथों में रहेगा जब तक आपके पास ईमानदार लोग हैं। केवल एक चीज जो आपको ड्रेसिंग रूम में बनाए रख सकती है, वह है प्रदर्शन, न कि सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करना। हमें युवाओं को समय देना होगा।”
मैच से एक दिन पहले रोहित शर्मा, गौतम गंभीर और जसप्रीत बुमराह सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में विकेट के पास काफी देर तक गंभीर चर्चा करते हुए दिखे। हालांकि अभी यह कन्फर्म नहीं है कि रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट में खेलेंगे या नहीं। इसको लेकर जब गौतम गंभीर से इस बारे में सीधा-सीधा पूछा गया तो उन्होंने कह दिया कि प्लेइंग XI का फैसला कल की पिच देखने के बाद टॉस के वक्त किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया में रोहित ने अब तक पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं। इसके अलावा घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में उन्होंने छह पारियों में निराशाजनक 91 रन और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू सीरीज में महज 42 रन बना पाए थे। उन्होंने पिछली 15 पारियों में सिर्फ 164 रन बनाए हैं, जो 11 से भी कम औसत है।
“This article is sourced from CricTracker’s feed.”