नई दिल्ली की एक अदालत ने वर्ष 2000 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों को फिक्स करने में शामिल होने के आरोपी चार व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी से संबंधित आरोप तय करने का आदेश दिया है। इसमें सट्टेबाज और ‘मुख्य साजिशकर्ता’ संजीव चावला और टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार के भाई एवं अभिनेता कृष्ण कुमार शामिल हैं।
पटियाला हाउस जिला अदालत के 68 पेजों के आदेश में चारों आरोपियों चावला, कुमार, दिल्ली स्थित सट्टेबाज राजेश कालरा और सुनील दारा उर्फ बिट्टू की भूमिका का उल्लेख किया गया है। अदालत के इस आदेश से अब मुकदमे की शुरुआत का रास्ता साफ हो गया है।
दिल्ली पुलिस ने दिवंगत दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोनिए से जुड़े 2000 के क्रिकेट मैच फिक्सिंग मामले में आरोपियों के खिलाफ 2013 में आरोपपत्र दाखिल किया था। क्रोनिए की 2002 में एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। चावला को फरवरी 2020 में लंदन से भारत लाया गया था। अदालत ने कहा कि जांच के अनुसार, चावला ने ‘हैंसी क्रोनिए के साथ मिलीभगत करके सट्टेबाजों और मैच ‘फिक्स’ करने में मध्यस्थ के रूप में काम करके सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।’’
अदालत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, “दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान हैंसी क्रोनिए की सक्रिय भागीदारी के बिना पूरी मैच फिक्सिंग संभव नहीं थी, जिन्होंने किंग्स कमीशन ऑफ इन्क्वायरी के समक्ष अपनी भूमिका और संलिप्तता स्वीकार की थी।’’ वहीं, अदालत ने अपने आदेश में आगे कहा है, ‘‘अन्य सभी आरोपी व्यक्ति संजीव चावला और एक-दूसरे के साथ लगातार संपर्क में रहे और मैच फिक्स करने की साजिश रची।’’
दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने देश के खिलाड़ियों के खिलाफ मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए किंग्स कमीशन की नियुक्ति की थी। 11 जुलाई को पारित आदेश में यह भी उल्लेख किया गया कि मामला कैसे प्रकाश में आया। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को अप्रैल 2000 में मैच फिक्सिंग का पता चला था, जब उसने लंदन स्थित एक सट्टेबाज की कॉल ‘इंटरसेप्ट’ की थी। इस तरह 24 साल के बाद इस केस में आरोप तय हुए हैं।