सेमीफाइनल के बाद उनको कांस्य पदक मैच में करीबी हार का सामना करना पड़ा था। अगर वे मेडल जीतते तो भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन प्लेयर बन जाते। हालांकि, वे ऐसा नहीं कर पाए। हाल ही में लक्ष्य सेन ने आने वाले दिनों में अपने लक्ष्य को लेकर बात की। उनका लक्ष्य भारतीय बैडमिंटन के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक बनना है। उन्होंने साफ-साफ पर ये कहा है कि वे जिस तरह क्रिकेट में विराट कोहली का नाम है, उसी तरह बैडमिंटन में वे अपना नाम बनाना चाहते हैं।
मैं आने वाले वर्षों में भारतीय बैडमिंटन का विराट कोहली बनना चाहता हूं- लक्ष्य सेन
लक्ष्य सेन से जब TRS पॉडकास्ट में पूछा गया कि आपको इंडियन बैडमिंटन का विराट कोहली कहा जाता है तो क्या आप इस चीज को कॉम्प्लीमेंट के तौर पर लेते हैं? इस पर लक्ष्य ने कहा, “क्यों नहीं, मेरा मतलब है कि बोल रहे हैं तो अच्छी बात है, लेकिन ये बात भी है कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है और हां, मैं आने वाले वर्षों में भारतीय बैडमिंटन का विराट कोहली बनना चाहता हूं।”
लक्ष्य सेन अभी सिर्फ 23 साल के हैं और वे पहले ही बहुत कुछ हासिल कर चुके हैं, लेकिन जिस तरह का नाम विराट का क्रिकेट में है, उस तरह का नाम वे बैडमिंटन में अपना चाहते हैं। पेरिस में लक्ष्य से निराशा जरुर मिली है लेकिन ये खिलाड़ी सिर्फ 23 साल का है और मेहनती है, बैडमिंटन को जीने वाला है।
इस वजह से हम उम्मीद कर सकते हैं कि 2028 में लांस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक में लक्ष्य कमाल करेंगे और देश को मेडल दिलाएंगे। बता दें कि लक्ष्य ने 2022 में बर्मिंघम में हुए कॉमवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। 2022 में बैंकॉक में हुए थॉमस कम में भी लक्ष्य गोल्ड जीत चुके हैं।