रविवार को भारत के खिलाफ (6/33) मैच विनिंग स्पैल फेंकने के बाद श्रीलंकाई लेग स्पिनर जेफ्री वेंडरसे (Jeffrey Vandersay) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि टीम में आने से उन पर “बहुत दबाव” था जिसने उन्हें इस मैच में “कुछ स्पेशल” करने के लिए प्रेरित किया। इस मैच में श्रीलंकाई टीम के जीत के हीरो जेफ्री वेंडरसे रहे जो मैच के एक दिन पहले तक स्क्वॉड का हिस्सा तक नहीं थे।
जेफ्री वेंडरसे की श्रीलंकाई टीम में एंट्री मैच के दिन ही हुई थी। सुबह वह टीम में आए और रात में भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बनकर बरसे। इस उम्दा प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। 34 वर्षीय जेफ्री वेंडरसे को श्रीलंकाई स्क्वॉड में जगह चोटिल वानिंदु हसरंगा की जगह मिली थी।
भारत के खिलाफ छह विकेट लेने के बाद जेफ्री वेंडरसे ने दिया बड़ा बयान
इस मैच के बाद जेफ्री वेंडरसे ने कहा कि, “टीम में आने के बाद काफी दबाव था, मुझे कुछ स्पेशल करना था। इस स्पैल के बाद श्रेय लेना आसान है लेकिन श्रेय बल्लेबाजों को जाता है। बल्लेबाजी के लिए इतने कठिन विकेट पर उन्होंने 240 रन बनाए और इससे मुझे गेंदबाजी करने में मदद मिली। हसरंगा नंबर एक स्पिनर हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। इसके बारे में मुझे माहौल, टीम संतुलन और सब कुछ समझना पड़ा, मुझे प्रेरित रहना था और कड़ी मेहनत करनी थी और देश के लिए खेलने के लिए यही आवश्यक है।”
यह पहली बार था जब वेंडरसे ने सात महीने से अधिक समय के बाद वनडे मैच में गेंदबाजी की थी। उन्होंने कहा कि मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले रोहित शर्मा को आउट कर उन्होंने 97 रन की शुरुआती साझेदारी को तोड़ा – जिससे उन्हें वह आत्मविश्वास मिला जो उन्हें निरंतरता हासिल करने के लिए चाहिए था।
श्रीलंकाई स्पिनर ने आगे कहा कि, “विकेट से सहायता मिल रही थी, मैं अच्छे एरिया में हिट करने की कोशिश कर रहा था और बुनियादी चीजें सही कीं। यह मेरे लिए कुछ समय बाद पहला गेम है, एक बार जब मुझे पहला विकेट मिला, तो इससे कुछ आत्मविश्वास मिला और फिर मैं अच्छे एरिया में हिट करना जारी रखा।”