Faiz Fazal
विदर्भ के पूर्व कप्तान फैज फजल (Faiz Fazal) ने हाल ही में प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। अपने फैसले के बाद उन्हें खुद पर गर्व और संतुष्टि है। रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान, फ़ज़ल असहनीय दर्द से जूझते रहे और अंततः उन्होंने संन्यास लेने का निर्णय लिया।
सीजन के दौरान घुटने की समस्या को नजरअंदाज करना बहुत भारी पड़ा। 38 वर्षीय खिलाड़ी एक साल से अधिक समय से बाएं घुटने की चोट से जूझ रहे थे, जिससे उनकी प्री मैच तैयारी में समस्याएं आईं और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सर्जरी और विभिन्न इलाजों से गुजरने के बाद फजल को एहसास हुआ कि अब इसे छोड़ने का समय आ गया है। उनका शानदार करियर हरियाणा के खिलाफ रणजी के अंतिम लीग मैच में समाप्त हो गया। हालांकि, उन्होंने मुकाबले में 1 और 0 का स्कोर किया।
‘इंडिया कैप अर्जित करना मेरे और परिवार के लिए सबसे गौरवपूर्ण क्षण था’
ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बात करते हुए उन्होंने कहा, संन्यास लेने का निर्णय आसान नहीं था। इस साल मैचों के दौरान जब भी मैं लंच या टी ब्रेक के बाद बल्लेबाजी करने जाता था, तो मुझे लगता था कि मेरे में वह इंटेंसिटी नहीं रह गई, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट के लिए जरूरी है। इससे मेरे फॉर्म पर असर पड़ा और चयनकर्ताओं को लगा कि मुझे ब्रेक देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि मैं आउटडेटेड था या नहीं, लेकिन मुझे बाहर बैठना पड़ा। उस समय मैंने फैसला किया कि मैं आगे जो भी गेम खेलूंगा, मैं कॉल लूंगा। और ऐसा हुआ कि वह गेम सीजन का हमारा अंतिम लीग मैच था।
इंडिया कैप पर विचार करते हुए फजल ने कहा कि, इंडिया कैप अर्जित करना मेरे और परिवार के लिए सबसे गौरवपूर्ण क्षण था। वह सबसे बड़ी उपलब्धि थी। आप पीछे मुड़कर देख सकते हैं और कह सकते हैं, ‘ओह, यह सिर्फ एक गेम था’, लेकिन साथ ही, मैं उस टीम में एकमात्र खिलाड़ी था जो आईपीएल में नहीं खेला था।