Hardik Pandya (Image Credit- Twitter X)
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इन दिनों अलग-अलग वजहों से चर्चा में बने हुए हैं। पांड्या के लिए पर्सनल और प्रोफेशनल मोर्चे पर चीजें ठीक नहीं चल रही हैं। उनका एक तरफ पत्नी नताशा स्टेनकोविक से तलाक हो गया तो दूसरी तरफ भारतीय टी20 टीम की कप्तानी की रेस में सूर्यकुमार यादव से पिछड़ गए। इसके साथ ही सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर चिंतित है।
ऐसे में अब खबर ये है कि हार्दिक आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बड़ौदा के लिए खेलेंगे क्योंकि बीसीसीआई वनडे फॉर्मेट में उनकी फिटनेस पर नजर रखना चाहता है। बता दें कि ऑलराउंडर को श्रीलंका दौरे के लिए टी20 टीम में जगह मिली लेकिन वनडे स्क्वॉड में नहीं चुना गया। वहीं, बड़ौदा के पूर्व कोच डेव व्हाटमोर ने कई सालों से घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने को लेकर हार्दिक की आलोचना की है।
हार्दिक पांड्या को लेकर Dav Whatmore ने दिया हैरान करने वाला बयान
व्हाटमोर ने पाक पैशन यूट्यूब चैनल पर कहा, ”अभी भी कुछ ऐसे प्लेयर हैं जो सफेद गेंद क्रिकेट नहीं खेलते। उदाहरण के लिए बड़ौदा में मेरे पिछले कुछ सालों में हार्दिक पांड्या कभी लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट नहीं खेलते थे। मुझे हमेशा यह बात हैरान करती है कि उन्हें बड़ौदा का ऑलराउंडर कहा जाता है लेकिन उन्होंने कई सालों से बड़ौदा के लिए नहीं खेला।
हालांकि, कुछ ऐसे भी हैं जो ऐसा नहीं करते।” उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन मैंने हाल ही में देखा कि बीसीसीआई इस बात के लिए उत्सुक है कि खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ अन्य दो फॉर्मेट में भी हिस्सा लें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे क्रिकेट को खेल के रूप में देखें। यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि चार दिवसीय क्रिकेट की उपेक्षा न हो।”
चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हार्दिक के कप्तानी की रेस में पिछड़ने की वजह फिटनेस है। अगरकर ने कहा कि उन्हें ऐसा कप्तान चाहिए था जिसका चोटों का इतिहास नहीं रहा हो। अगरकर ने कहा, ”हार्दिक जैसा कौशल मिलना मुश्किल है और फिटनेस मिलना भी मुश्किल है। हमारे पास थोड़ा और समय है और हम कुछ चीजों पर गौर कर सकते हैं।”