Sachin Tendulkar and Ramakant Achrekar (Pic Source-X)
भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिना जाता है। यही नहीं सचिन तेंदुलकर को ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे कई रिकॉर्ड्स है जो सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटिंग करियर में बनाए और तोड़े हैं। हालांकि क्या आप उनके कोच के बारे में जानते हैं? सचिन तेंदुलकर के कोच का नाम रमाकांत आचरेकर था।
रमाकांत आचरेकर सचिन तेंदुलकर के बचपन के कोच थे। रमाकांत आचरेकर का निधन 87 साल की उम्र में जनवरी 2019 में हो गया था। महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब रमाकांत आचरेकर का स्मारक शिवाजी पार्क में बनाया जाएगा। सचिन तेंदुलकर ने इस बात की घोषणा अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर भी की है।
सचिन तेंदुलकर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर ट्वीट किया कि, ‘आचरेकर सर ने मेरे और कई लोगों की जिंदगी में काफी प्रभाव डाला है। मैं उनके सभी छात्रों की तरफ से बोल रहा हूं। उनका पूरा क्रिकेट का जीवन शिवाजी पार्क में ही बीता है। मुझे यह बताते हुए बहुत ही खुशी महसूस हो रही है कि सरकार ने यह फैसला लिया है कि आचरेकर सर का स्मारक उनकी कर्मभूमि में ही बने।’
यह रहा सचिन तेंदुलकर का ट्वीट:
Achrekar Sir has had an immense impact on my life and several other lives. I am speaking on behalf of all his students.
His life revolved around cricket in Shivaji Park. Being at Shivaji Park forever is what he would have wished for.
I am very happy with the government’s… pic.twitter.com/NIyVeYOy56
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 29, 2024
सचिन तेंदुलकर की बात की जाए तो वो एकमात्र खिलाड़ी है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सभी प्रारूपों को मिलाकर 100 शतक जड़े हैं। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन भी उन्हीं के नाम है। तेंदुलकर पहला खिलाड़ी थे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा था। यही नहीं उन्हें कई लोग अपना आदर्श भी मानते हैं। विराट कोहली ने भी एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि उन्होंने क्रिकेट खेलना सचिन तेंदुलकर को देखकर ही शुरू किया था।
रमाकांत आचरेकर की बात की जाए तो सचिन तेंदुलकर के अलावा उन्होंने विनोद कामली, अजीत आगरकर, रमेश पवार, प्रवीण आमरे जैसे बेहतरीन खिलाड़ियों को भी शिवाजी पार्क के कामत मेमोरियल में कोचिंग दी है। 2010 में आचरेकर को द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया था। यही नहीं उन्हें पद्मश्री अवार्ड से भी नवाजा गया है।