Saurabh Tiwary. (Photo Source: Twitter)
Saurabh Tiwary retirement : अनुभवी क्रिकेटर सौरभ तिवारी (Saurabh Tiwary) ने प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने वाले सौरभ रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए अपना आखिरी मुकाबला खेलेंगे। बता दें कि जमशेदपुर में 16 फरवरी को झारखंड और राजस्थान के बीच मुकाबला खेला जाएगा।
सौरभ तिवारी ने 11 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और क्रिकेट जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी। युवा के रूप में उन्होंने 2006-07 के रणजी ट्रॉफी सीजन में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने 2008 में विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम की अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
अपने शानदार करियर पर बात करते हुए क्रिकेटर ने जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
भारत के लिए सिर्फ तीन वनडे मैच खेले
उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइंफो के हवाले से कहा, इस सफर को अलविदा कहना थोड़ा कठिन है जो मैंने अपनी स्कूली शिक्षा से पहले शुरू की थी। लेकिन मुझे यह भी यकीन है कि यह इसके लिए सही समय है। मुझे लगता है कि अगर आप राष्ट्रीय टीम और आईपीएल टीम में नहीं हैं, तो यह किसी युवा खिलाड़ी के लिए राज्य टीम में जगह खाली करना बेहतर है। हमारी टेस्ट टीम में युवाओं को काफी मौके मिल रहे हैं इसलिए मैं यह निर्णय ले रहा हूं।
आपको बता दें कि घरेलू क्रिकेट में सौरभ तिवारी (Saurabh Tiwary) के आंकड़े जबरदस्त हैं। उन्होंने 17 सालों में 115 फर्स्ट क्लास मैचों में झारखंड के लिए 8030 रन बनाए हैं। जिसमें 22 शतक और 34 अर्धशतक शामिल है। उनके रिकॉर्डतोड़ आंकड़ों ने राज्य की रिकॉर्ड बुक में एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया।
भारत के लिए तिवारी ने सिर्फ तीन वनडे मैच खेले हैं, जिसमें 49 रन बनाए। आईपीएल में लगातार उस सफलता को दोहराने में नाकाम रहने के बावजूद वह सबसे छोटे प्रारूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए 28.73 की औसत और 120 के स्ट्राइक रेट से कुल 1494 रन बनाए।