Brett Lee (Pic Source-X)
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली इस चीज को देखकर काफी उत्साहित थे कि भले ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है लेकिन जब वो वर्ल्ड चैंपियनशिप लीजेंड्स में मैदान पर खेलने उतरे थे तब तमाम लोगों को उनके लिए जमकर चीयर करते हुए देखा गया था। ब्रेट ली, भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज हाशिम अमला ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपनी जिंदगी के बारे में खुलासा किया।
इन सभी ने पॉडकास्ट सीरीज ‘180 नॉटआउट’ के एपिसोड 10 में इसके बारे में बताया। ब्रेट ली ने कहा कि, ‘भले ही अपने जूते रख दिए हैं और प्रोफेशनल तरीके से नहीं सोच रहे हैं लेकिन अगर आपको ऐसी लीग में खेलने का मौका मिलता है और वो भी 40 की उम्र के बाद और साथ ही तमाम दर्शक आपके लिए चीयर कर रहे होते हैं और टेलीविजन में भी Viewership इतनी ज्यादा होती है तो हम लोग भी काफी उत्साहित हो जाते हैं कि लोग हमें अभी भी देखना चाहते हैं।’
इरफान पठान भी इस पॉडकास्ट में शामिल थे और उन्होंने कहा कि, ‘जब मैं जम्मू कश्मीर क्रिकेट में 2 सालों के लिए आया तो मेरा अनुबंध बिल्कुल… मैं पैसों के बारे में बात नहीं करूंगा लेकिन मेरा अनुबंध पैसों का सिर्फ 20% था जो मुझे कैरेबियन प्रीमियर लीग में मिल रहा था। मेरे पास कनाडा प्रीमियर लीग कभी अनुबंध था और जो भी फ्रेंचाइजी मुझे अपनी टीम में शामिल करती मुझे एक अमाउंट मिला होता। कनाडा प्रीमियर लीग, टी20 प्रीमियर लीग, 2018 में, और एक और लीग।
जब मैं उन्हें सुनता हूं तो यह समझने की कोशिश करता हूं कि एक पूर्व खिलाड़ी कैसे चीजों का लुफ्त उठा सकता है। अलग-अलग कमेंटेटर अलग-अलग उम्र ग्रुप के होते हैं। डैनी मॉरिसन टी20 में मुझे उनसे काफी प्यार है। टेस्ट क्रिकेट में मार्क निकोलस, माइकल होल्डिंग और Michael Atherton, मुझे इन सब के साथ खेल को लेकर बातचीत करना काफी अच्छा लगता है।’
वर्ल्ड लीजेंड्स चैंपियनशिप को इंडिया चैंपियनशिप ने अपने नाम किया था
बता दें, वर्ल्ड लीजेंड्स चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला इंडिया चैंपियंस और पाकिस्तान चैंपियंस के बीच में खेला गया था। इस टूर्नामेंट को इंडिया चैंपियंस ने अपने नाम किया। इरफान पठान ने इस पूरे टूर्नामेंट में काफी अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की थी और तमाम फैंस का दिल जीत लिया था।
ऐसे और भी खिलाड़ी थे जिन्होंने इस टूर्नामेंट में काफी अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी की थी। तमाम क्रिकेट फैंस को यह देखकर काफी अच्छा लगा था कि जिनका उन्होंने बचपन से खेलते हुए देखा है और अपना आदर्श माना है उन खिलाड़ियों ने एक बार फिर से क्रिकेट फील्ड पर कदम रखा और काफी अच्छा खेल खेला।