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‘बस इंजन बदला है, बोगी वही है’ रोहित शर्मा के बाद टीम इंडिया के नए टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव

Suryakumar Yadav (Image Credit- Twitter X)

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय श्रीलंका दौरे पर है। यहां पर वह तीन मैचों की टी20 और तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलती हुई नजर आएगी। तो वहीं टी20 सीरीज की शुरुआत आज 27 जुलाई, शनिवार को पल्लेकेले में होने वाले पहले टी20 मैच से होगी।

दूसरी ओर, इस टी20 सीरीज के दौरान भारतीय टीम की कमान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के हाथों में सौंपी गई है। गौरतलब है कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 को जीतने के बाद, रोहित शर्मा ने खेल के सबसे छोटे फाॅर्मेट की कप्तानी और खेल को छोड़ने का फैसला किया था।

रोहित के टी20 फाॅर्मेट से कप्तानी छोड़ने के बाद उम्मीद थी कि हार्दिक पांड्या इस फाॅर्मेट में टीम इंडिया को लीड करेंगे। लेकिन भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट ने हार्दिक की जगह सूर्यकुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी। दूसरी ओर, टीम इंडिया में अपनी इस भूमिका पर अब सूर्यकुमार ने कप्तान रोहित शर्मा को लेकर बड़ा बयान दिया है। सूर्या का कहना है कि बस इंजन बदला है, लेकिन टीम की बोगी वही है।

रोहित शर्मा को लेकर सूर्यकुमार यादव ने दिया बड़ा बयान

बता दें कि भारत के श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 मैच से पहले, आयोजित प्री मैच काॅन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने रोहित शर्मा को लेकर कहा- सबसे पहले तो हर खिलाड़ी का सपना भारत का प्रतिनिधित्व करना और भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना होता है। वह मेरा पहला सपना था।

जब सब कुछ अच्छा चल रहा होता है, तो आप यह सोचना शुरू कर देते हैं कि आप भारत के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट कैसे जीत सकते हैं, मैच कैसे जीत सकते हैं। फिर दूसरा लक्ष्य आता है कि अगर आप कभी भारत के कप्तान बनते हैं तो आपके सपने में यही रहता है कि अगर आप भारत के कप्तान बनेंगे तो अच्छे टूर्नामेंट और अच्छी टीमों के खिलाफ कैसे जीतेंगे।

यह मेरा एक सपना था, जिसका बाॅक्स टिक हो गया है। लेकिन मैं हमेशा सोचता हूं कि मैंने रोहित शर्मा से जो सीखा है वह यह है कि वह मैदान पर और मैदान के बाहर हमेशा एक लीडर की तरह रहते थे। वह एक कप्तान की तरह नहीं थे, दोनों में बहुत अंतर है।

वह एक ऐसे लीडर थे जो समूह के बीच में खड़े होकर लोगों को रास्ता दिखाते थे कि टी20 क्रिकेट कैसे खेलें और टूर्नामेंट कैसे जीतें। इसलिए, मैंने उनसे यही सीखा है। ट्रेन आगे बढ़ेगी, बस इंजन बदल गया है, लेकिन बोगी वही है।

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