R Ashwin (Photo Source: X)
भारतीय दिग्गज खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज के बीच में संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। वह पहले टेस्ट में ड्रॉप कर दिए गए थे, वाशिंगटन सुंदर को उनसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई थी।
गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट में अश्विन को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिली थी, जिसके चलते वह बिना फेयरवेल मैच खेले रिटायर हो गए। एडिलेड में उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच खेला। इस बीच, हाल ही में अश्विन ने अपने संन्यास लेने की पीछे की वजह का खुलासा किया है।
खेल ही हमेशा मेरे आगे रहता है- अश्विन
SKY Sports क्रिकेट पॉडकॉस्ट पर नासिर हुसैन और माइकल एथरटन के साथ बात करते हुए रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि उन्होंने संन्यास के बारे में पहले भी सोचा था, लेकिन आखिर में फैसला तब किया जब उन्हें लगा कि उनके क्रिएटिव साइड का अब कोई भविष्य नहीं है।
“मैं हमेशा से ही चीजों को जितना हो सके उतनी बेपरवाही से पीछे छोड़ना चाहता था क्योंकि मैं लोगों द्वारा मेरा जश्न मनाने में विश्वास नहीं करता। मैं भारत में कभी-कभी मिलने वाले अटेंशन पर विश्वास नहीं करता। यह खेल ही है जो हमेशा मेरे आगे रहता है, हर समय।”
“मैंने कई बार (रिटायरमेंट के बारे में) सोचा। मेरे लिए, जिस दिन मैं जागूंगा और महसूस करूंगा कि मेरे क्रिएटिव साइड का कोई भविष्य या दिशा नहीं है, वह वह दिन होगा जब मैं इसे छोड़ दूंगा। मुझे अचानक लगा कि क्रिएटिव साइड में तलाशने के लिए बहुत अधिक पॉजिटिव पहलू नहीं हैं।
अश्विन ने 2010 में भारत के लिए डेब्यू किया था। वह 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में आखिरी ओवर फेंका था। उन्होंने 14 साल के करियर में 765 विकेट चटकाए हैं। वह भारत के लिए टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज है। अश्विन ने पुष्टि कर दी है कि वह आईपीएल के आगामी सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। उन्हें फ्रेंचाइजी ने 9.50 करोड़ में खरीदा है।