Shakib Al Hasan
बांग्लादेश के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन को मीरपुर के शेर ए बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अपना फेयरवेल टेस्ट खेलना था। लेकिन देश में उनके खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के कारण अनुभवी ऑलराउंडर ने टेस्ट मैच से अपना नाम वापस ले लिया, जिन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ 21 अक्टूबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया था।
इसके अलावा, युवा और खेल सलाहकार आसिफ महमूद ने भी शाकिब को मैदान से बाहर रखने के लिए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) को सूचित किया।
स्पोर्टस्टार के हवाले से शाकिब ने कहा, “मुझे घर लौटना था, लेकिन अब मुझे नहीं लगता कि मैं लौट सकूंगा। यह एक सुरक्षा मुद्दे पर है, मेरी अपनी सुरक्षा का मामला है।’
लेकिन अब 20 अक्टूबर को करीब 50 प्रदर्शनकारियों ने शाकिब के घर वापसी के लिए प्रदर्शन किया। हालांकि, तत्काल एक्शन लेते हुए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तितर-बितर कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने शाकिब को मीरपुर टेस्ट में शामिल करने की मांग की।
मीरपुर में आखिरी टेस्ट खेलने की व्यक्त की थी इच्छा
आपको बता दें कि शाकिब अल हसन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग पार्टी के सांसद थे। वह विरोध प्रदर्शन के दौरान कनाडा में थे और सीधे टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान चले गए। इसके बाद वह दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत पहुंचे और मीरपुर में अपना अंतिम टेस्ट खेलने की इच्छा व्यक्त की।
वहीं शाकिब अल हसन को एडबोर पुलिस स्टेशन ने विरोध प्रदर्शन से संबंधित एक हत्या के मामले में आरोपी बनाया था। हालांकि, इसके बावजूद बीसीबी ने उन्हें दोषी साबित होने तक नेशनल टीम की ओर से खेलना जारी रखने की अनुमति दी है।
21 अक्टूबर से पहला टेस्ट
बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 21 अक्टूबर से हो रही है। इससे पहले बांग्लादेश टीम को भारत के खिलाफ टेस्ट और टी-20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, उससे पहले बांग्लादेश ने पाकिस्तान को उन्हीं के घर में टेस्ट सीरीज में मात दी थी। अब देखने लायक बात होगी कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस सीरीज में वह कैसा प्रदर्शन करती है?