Virat Kohli (Photo Source: Getty Images)
भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए यह बॉर्डर गावस्कर सीरीज वैसी नहीं रही, जैसा कि सभी उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में शतक जरूर लगाया था लेकिन उसके बाद वो रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए ही नजर आए हैं। विराट पिछले दो टेस्ट में लगातार एक ही तरह से आउट हुए थे, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई। हालांकि इसी बीच मेलबर्न टेस्ट से पहले विराट ने अपने फॉर्म को लेकर बड़ी बात कही है और उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि वो पिछले मैचों में अनुशासन के साथ बैटिंग नहीं कर पाए थे।
अपने खराब फॉर्म को लेकर विराट ने दिया बड़ा बयान
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से पहले विराट कोहली ने रवि शास्त्री से बात करते हुए कहा, “पिछली दो या तीन पारियां वैसी नहीं रहीं जैसा मैं चाहता था। जैसा कि मैंने कहा, मैं क्रीज पर टिके रहने और वास्तव में कड़ी मेहनत करने के लिए पर्याप्त अनुशासित नहीं रहा हूं। और यही वह चुनौती है, जो टेस्ट क्रिकेट लेकर आता है।” विराट कोहली ने ये भी कहा कि, पिछली बार जब उन्होंने आस्ट्रेलिया में खेला था, तब की तुलना में ऑस्ट्रेलिया की पिचें अधिक जीवंत हो गयी हैं।
विराट ने कहा, “जाहिर है, ये पिचें पिछली बार की तुलना में बहुत ज्यादा जीवंत हैं, जब हमने यहां खेला था। इसलिए, एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता है, लेकिन यह कुछ ऐसा है जिस पर मुझे बहुत गर्व है कि मैं वहां जाकर अलग-अलग परिस्थितियों का सामना करता हूं और जब टीम चाहती है या मेरी जरूरत होती है, तो आगे रहता हूं।
ऐसे में विचार यह है कि जैसा कि मैंने कहा, पूरी तरह से इसमें लग जाओ। वहां जाओ, अपनी आंखें जमाओ, इतनी गेंदें खेलो कि तुम उसके बाद अपना गेम खेलना शुरू कर सको, लेकिन सबसे पहले परिस्थितियों का सम्मान करो।”
पूर्व कप्तान ने ये भी माना कि टीम के दृष्टिकोण से हम मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में होंगे। उम्मीदों को लेकर उन्होंने कहा, “देखिए, उम्मीदें हमेशा बनी रहती हैं, मुझे लगता है, सबसे पहले अपने देश के लिए खेलना और फिर इतने लंबे समय तक प्रदर्शन करना, उम्मीदें हमेशा बनी रहती हैं। मुझे लगता है कि यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप अपनी योजनाओं को समझें और आप उस स्थान को समझें जहां आप हैं।”