पैट कमिंस आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 से पहले ऋषभ पंत को लेकर बड़ा बयान दिया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत नवंबर में होने वाली है। इस अहम सीरीज में दो महीने का समय बचा है लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की नींद उड़ गई है। वह अभी से भारतीय टीम के लिए रणनीति बनाने में लग गए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने ऋषभ पंत को लेकर अपनी बात रखी है।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि पंत मैच को कभी भी विपक्षी टीम से दूर ले जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को बहुप्रतीक्षित श्रृंखला के दौरान 26 वर्षीय खिलाड़ी इस खिलाड़ी से सावधान रहना चाहिए। पैट कमिंस ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘हर टीम में एक ऐसा खिलाड़ी होता है जो गेम को आगे ले जाते हैं। हमारे पास ट्रेविस हेड और मिचेल जॉनसन ऐसे खिलाड़ी हैं जो कि काफी अग्रेसिव हैं। भारतीय टीम में देखें तो ऋषभ पंत ऐसे खिलाड़ी हैं।’
पैट कमिंस को लेकर ऋषभ पंत ने दिया बड़ा बयान
ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई पिछली दो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में कमाल का खेल दिखाया था। कमिंस ने पंत की करते हुए कहा, ‘ऋषभ (पंत) जैसा खिलाड़ी रिवर्स स्वीप खेल सकता है, और यह एक शानदार शॉट है। यह पंत के शॉट्स का सिर्फ एक हिस्सा है। मुझे लगता है कि आजकल हम इसके कुछ अधिक आदी हो गए हैं, पंत के हास्यास्पद शॉट आम हो गए हैं। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका बीते कुछ सीरीज पर बड़ा प्रभाव रहा है। हम उन्हें शांत रखने की कोशिश करेंगे।”
भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दो टेस्ट दौरों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा है। उनका आखिरी दौरा 2020/21 में हुआ था, जहां एशियाई दिग्गजों ने चार मैचों की सीरीज में 2-1 के अंतर से जीत हासिल की थी। वहां पंत पांच पारियों में 68.50 की औसत और 69.89 की स्ट्राइक रेट से 274 रन बनाकर तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे। उन्होंने गाबा में चौथे टेस्ट में नाबाद 89 रन बनाकर भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने कब्जे में रखने में मदद की।
पंत का ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट मैचों में शानदार रिकॉर्ड है। उन्होंने 12 पारियों में 62.40 की औसत और 72.13 की स्ट्राइक रेट से 624 रन बनाए हैं। भारतीय प्रशंसक इस बात से खुश होंगे कि उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपना शतक पूरा किया क्योंकि दिसंबर 2022 में एक कार दुर्घटना के दौरान लगी कई चोटों से वापसी के बाद से पंत रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।