Vijay Dahiya. (Photo Source: Twitter)
देश के कुछ सबसे बड़े क्रिकेट सितारे सीजन की पहली दलीप ट्रॉफी में हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय क्रिकेट के बड़े नाम जैसे शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, ऋषभ पंत, रुतुराज गायकवाड़, अक्षर पटेल और कई अन्य खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में खेल रहे हैं।
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा डाला गया दबाव है। एक खास बातचीत में पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय दहिया ने दलीप ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों की तारीफ की। इसके साथ ही विजय दहिया ने इंटरव्यू में कहा,-
‘घरेलू टूर्नामेंट खेल के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। मैं समझ सकता हूं कि जब खिलाड़ी व्यस्त कार्यक्रम के तहत खेल रहे होते हैं तो वे बाहर बैठना पसंद करते हैं, लेकिन इस साल की दलीप ट्रॉफी सीजन की पहली प्रतियोगिता थी। जब आप टीम में आने वाले किसी युवा खिलाड़ी का आकलन करना चाहते हैं तो मजबूत गेंदबाजों के खिलाफ उसके रनों का मूल्य अधिक होता है। मैं इस साल दलीप ट्रॉफी में खेल रहे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की संख्या देखकर खुश हूं।’
DPL में पुरानी दिल्ली-6 के हेड कोच हैं विजय दहिया
दहिया वर्तमान में दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) के उद्घाटन संस्करण में पुरानी दिल्ली-6 के मुख्य कोच के रूप में कार्यरत हैं। टूर्नामेंट के राउंड-रॉबिन चरण के अंत में उनकी टीम अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रही। वे लीग चरण में साउथ दिल्ली सुपरस्टारज से हार गए थे और सेमीफाइनल में उस हार का बदला लेने की कोशिश करेंगे। दहिया ने कहा कि साउथ दिल्ली के खिलाफ हार नॉकआउट मुकाबले में ज्यादा मायने नहीं रखेगी।
उन्होंने इसपर कहा, “आत्मविश्वास बहुत जरूरी है, खासकर तब जब आप वापसी कर रहे हों। आपको यह समझना होगा कि यह बहुत तेज गति वाला टूर्नामेंट है और आप गेम हारेंगे, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि आप कितने मैच जीतते हैं। आत्मविश्वास सिर्फतब महत्वपूर्ण नहीं होता जब आप हार रहे हों, बल्कि तब भी महत्वपूर्ण होता है जब आप जीत रहे हों। सपोर्ट स्टाफ ने आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की, जहाँ वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।”
“टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य शीर्ष चार में पहुंचना था और हमने ऐसा किया है। हम नॉकआउट चरण में हैं और यह उनके लिए भी नॉकआउट गेम है। उनके पास दो बल्लेबाज हैं जो असाधारण रूप से अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, इसलिए हमें उनका मुकाबला करने की जरूरत है। आयुष बदोनी और प्रियांश आर्य उनकी टीम के मुख्य स्तंभ हैं, इसलिए हमें उन्हें जल्दी आउट करने की जरूरत है।”